कृषि सुधार कानून के विरोध में किसानों का धरना जारी
कृषि सुधार कानून के विरोध में शुरू किया गया किसानों का धरना सोमवार को 26वें दिन भी जारी रहा।
जासं, बठिडा : कृषि सुधार कानून के विरोध में शुरू किया गया किसानों का धरना सोमवार को 26वें दिन भी जारी रहा। वहीं अब 25 अक्टूबर को पुतला फूंक प्रदर्शन के बाद किसानों ने 5 नवंबर को किए जाने वाले चक्का जाम को लेकर अपनी तैयारियों को शुरू कर दिया है। जिले में किसानों के धरने लगातार जारी हैं।
यूनियन के राज्य नेता झंडा सिंह जेठूके ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार ने खेती कानून को पास कर साबित कर दिया है, उनको किसानों की कोई चिता नहीं है। जबकि वह अपनी मांगों को लेकर पिछले 26 दिनों से धरना लगाकर बैठे हैं। मगर अभी तक सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी। जिस कारण अब उनको अपना संघर्ष करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। जिसके चलते अब 5 नवंबर को बंद रखा जाएगा, जिसके तहत जगह जगह पर प्रदर्शन किए जाएंगे। दूसरी तरफ प्राइवेट थर्मल प्लांटों को जाने वाली रेलवे लाइनों पर भी धरना लगा दिया है, क्योंकि इनमें जाने वाले कोयले को वहां पर भेजने की बजाए सरकारी थर्मल प्लांटों में भेजने का काम किया जाएगा। उनका कहना है कि सरकार ऐसा कर किसानों के साथ साथ छोटे व्यापारियों को खत्म करना चाहती है, जिसको किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जबकि उनका संघर्ष मांगों के पूरा होने तक जारी रहेगा।