मछली पालन के धंधे से किसान बढ़ा सकते हैं अपनी आमदन
गांव राएके कलां के मछली पुंग फार्म में फिश फार्मर डे पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।त
जासं, बठिडा : गांव राएके कलां के मछली पुंग फार्म में फिश फार्मर डे पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें मछली पालन बठिडा के सहायक डायरेक्टर अजीत सिंह व मुख्य कार्यकारी अफसर ब्रिज भूषण गोयल विशेष तौर पर शामिल हुए। जिनके द्वारा किसानों को खेती के साथ साथ मछली पालन का सहायक धंधा अपनाने के लिए प्रेरित किया, जिसके साथ वह अपनी आमदन में बढ़ोतरी कर सकते हैं। जिन्होंने बताया कि नेशनल फिश फार्मर दिवस हर साल मनाया जाता है, जिस दिन डॉ. केएच अलीकुनी व डॉ. एचएल चौधरी ने 1957 में मछलियों में प्रेरित प्रजनन करने की खोज की थी।
इस दौरान सहायक डायरेक्टर ने बताया कि 16,860 हेक्टेयर रकबे में 1,51,706 टन मछली का उत्पादन हो रहा है। जबकि साल 2019-20 के दौरान बाढ़ प्रभावित इलाके में झींगा मछली का 410 एकड़ रकबे में 750 टन का उत्पादन हो रहा है। वहीं मुख्य कार्यकारी अफसर ने बताया कि झींगा मछली की पंजाब में काफी मांग है, जिसके साथ किसान अपनी आमदन में वृद्धि कर सकते हैं। जबकि सरकार मछली का उत्पादन बढ़ाने के लिए नई योजनाएं बना रही हैं, जिसके तहत सरकार ने आरएएस सिस्टम व बॉयो स्टॉक टेक्नालॉजी को पेश किया है। इस कार्यक्रम में विशेष तौर पर पहुंचे जिला लीड बैंक के मैनेजर जय शंकर शर्मा ने किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में भी जागरूक किया। इस मौके पर फार्म सुपरिंटेंडेंट सतीश कुमार, क्षेत्रीय सहायक रणजीत सिंह भी उपस्थित थे।