थाना के सामने चल रहा धरना हटाया, परिजन अंतिम संस्कार के लिए हुए राजी
गांव चाउके के कबड्डी खिलाड़ी हरविद्र सिंह उर्फ जस्सा हत्याकांड मामले में मृतक के गांववासियों तथा भाकियू द्वारा चार दिनों से थाना सदर रामपुरा के सामने नेशनल हाईवे पर चल रहा रोष धरना रविवार को हटा दिया गया।
जासं, रामपुरा फूल (बठिडा) : गांव चाउके के कबड्डी खिलाड़ी हरविद्र सिंह उर्फ जस्सा हत्याकांड मामले में मृतक के गांववासियों तथा भाकियू द्वारा चार दिनों से थाना सदर रामपुरा के सामने नेशनल हाईवे पर चल रहा रोष धरना रविवार को हटा दिया गया। एसपी (डी) बठिडा तथा स्वजनों के के बीच हुई मीटिग के बाद मृतक का अंतिम संस्कार करने का एलान किया। उधर धरना समाप्त होने के बाद सडक यातायात सामान्य दिनों की तरह चालू हो गया।
दूसरी तरफ पुलिस ने मामले की जांच को गठित एसटीएफ में डीएसपी सिटी वन गुरजीत सिंह रोमाणा और सीआइए टू के इंजार्ज जसवीर सिंह औलखा को भी शामिल किया गया है। मामले में चार और नए आरोपितों की पहचान कर उन्हें भी नामजद कर लिया है। इसके साथ उक्त मामले में आरोपितों की कुल संख्या 19 हो गई है, जबकि पुलिस ने पहले 15 आरोपितों को नामजद किया था। रविवार तक 13 की गिरफ्तार हो चुकी है। सात की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
एसएसपी भूपिदरजीत सिंह विर्क का कहना है कि बाकी आरोपितों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा, जबकि मामले लापरवाही दिखाने वाली पुलिस चौकी इंचार्ज समेत आठ पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
यह है मामला
26 मई को गांव चाउके में कुछ लोगों द्वारा गांव के सात कबड्डी खिलाड़ियों को बुरी तरह पीटकर घायल कर दिया था। घायल कबड्डी खिलाडियों में से हरविद्र सिंह उर्फ जस्सा की तबीयत बिगड़ने के कारण उसे डीएमसी लुधियाना रेफर कर दिया था। वहां बुधवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। हरविद्र सिंह की मौत से गुस्साए गांव चाउके के लोगों द्वारा मामले में कथित तौर पर लापरवाही दिखाने वाली पुलिस चौकी चाउके की इंचार्ज को निलंबित करने, आरोपितों को गिरफ्तार करने, मृतक के परिवार को मुआवजा तथा सरकारी नौकरी देने की मांग करते हुए बुधवार सायं पुलिस चौंकी चाउके के गेट पर धरना लगा दिया था। इसके बाद गुरुवार सुबह एसएसपी बठिडा के कार्यालय के बाहर तथा उसी दिन सांय थाना सदर रामपुरा के आगे नेशनल हाईवे पर मृतक की लाश रखकर हाईवे जाम कर दिया था। चार दिन से चल रहे यातायात जाम के बाद रविवार दोपहर थाना सदर रामपुरा पहुंचे एसपीडी बठिडा ने मृतक के स्वजनों के साथ मीटिग की। मीटिग के बाद प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त करने तथा मृतक की लाश का अंतिम संस्कार करने को राजी हुए।
भाकियू ने संघर्ष को बताया जीत
उधर भाकियू नेता बलविदर सिंह फौजी ने इसे संघर्ष की जीत बताते हुए कहा कि पुलिस के आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि मृतक के स्वजनों द्वारा मुआवजा तथा सरकारी नौकरी लेने से इंकार कर दिया है।