माइसरखाना मेले में शिक्षा विभाग की प्रदर्शनी आज
माइसरखाना पर माता का मेला 18 अप्रैल को लगाया जा रहा है।
संस, बठिडा: माइसरखाना पर माता का मेला 18 अप्रैल को लगाया जा रहा है। इस दौरान सरकारी स्कूलों में बच्चों का दाखिला करवाने के लिए अभिभावकों को प्रेरित करने के लिए रविवार को विशेष प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसकी तैयारियों को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी मेवा सिंह सिद्धू व एलिमेंट्री डीइओ शिवपाल गोयल की अगुआई में मीटिग हुई। उपजिला शिक्षा अधिकारी भूपिदर कौर, इकबाल सिंह और बलजीत सिंह संदोहा ने कहा कि मेले के प्रबंधों को सफल बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जिला मीडिया कोआर्डिनेटर सुखपाल सिंह सिद्धू व बलवीर कमांडों ने बताया कि प्रदर्शनी पर नुक्कड़ नाटक, शैक्षणिक जागो, एलसीडी व प्रोजेक्टरों की पेशकश की जाएगी। यहां रणजीत सिंह मान, निरभय सिंह भुल्लर, दर्शन सिंह जीदा, अमरजीत कौर और सतपाल कौर भी मौजूद थे। माता माइसरखाना का मेला आज, मां ज्वाला की ज्योति के दर्शन करेंगे श्रद्धालु जिले के गांव माइसरखाना के दुर्गा माता मंदिर में छठे नवरात्र के अवसर पर रविवार को लगने वाले मुख्य मेले की तैयारियां मंदिर प्रबंधक समिति की तरफ से पूरी कर ली गई हैं। इस मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। रविवार को श्रद्धालु मां ज्वाला की ज्योति के दर्शन करेंगे। इस मेले का खास महत्व यह भी है कि मेले में हर धर्म के श्रद्धालु माता के आगे नतमस्तक होकर भाईचारक सांझ का सबूत देते हैं। बठिडा से 29 किलोमीटर और मौड़ मंडी से सात किलोमीटर दूर बठिडा रोड पर स्थित गांव माइसरखाना में लगने वाले इस मेले की खास पहचान है। यह मेला हिमाचल के माता ज्वाला जी में लगने वाले मेले की तरह पंजाब का ऐतिहासिक मेला है। यहां नवरात्र की छठ रात को माता ज्वाला की ज्योति का आना माना जाता है। प्राचीन दुर्गा मंदिर में माता ज्वाला जी के दर्शन पिडी रूप में होने की मान्यता है। इस मेले में पंजाब सहित हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल और दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन करके माता से अपनी मन्नत मांगते हैं। मेले में श्रद्धालुओं के लिए लंगर, ठंडा पानी, दवाइयां आदि की सेवा का प्रबंध समाज सेवी संगठनों द्वारा किया गया है। प्रशासन की तरफ से भी आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं और जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे और पुलिस बल तैनात कर श्रद्धालुओं की सुरक्षा का इंतजाम किया गया है। उधर, प्रधान शीश पाल सिगला ने बताया कि माता के दरबार और मंदिर को सुंदर लाइटों और फूलों से सजाया गया है। कोरोना को देखते हुए मंदिर को बार-बार सैनिटाइज किया जा रहा है। श्रद्धालुओं के लिए सैनिटाइजर और मास्क का प्रबंध भी किया गया है।