सिविल अस्पताल में सीवरेज के पानी से होगी पौधों की सिंचाई

सिविल अस्पताल में आने वाले दिनों में सीवरेज का गंदा पानी साफ करके उसे पेड़-पौधों की सिचाई में इस्तेमाल किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 10:03 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 10:03 PM (IST)
सिविल अस्पताल में सीवरेज के पानी से होगी पौधों की सिंचाई
सिविल अस्पताल में सीवरेज के पानी से होगी पौधों की सिंचाई

जासं,बठिडा: सिविल अस्पताल में आने वाले दिनों में सीवरेज का गंदा पानी साफ करके उसे पेड़-पौधों की सिचाई में इस्तेमाल किया जाएगा। इसी मकसद से अस्पताल परिसर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) लगाया जा रहा है, जिसका करीब 70 फीसद काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) भी लगाया जा रहा है, जिसमें अस्पताल से निकलने वाले लिक्विड वेस्ट को ट्रीट किया जाएगा। अगले एक या डेढ़ महीने में इसे शुरू कर दिया जाएगा।

करीब 100 गज के दायरे में 50 लाख रुपये की लागत से लगाए जा रहे इस प्लांट का ठेका एक प्राइवेट कंपनी को दिया गया है। प्लांट शुरू होने पर अस्पताल के सीवरेज के जरिए बहने वाला हजारों लीटर पानी बचाया जा सकेगा। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के मुताबिक यहां पंजाब हेल्थ सिस्टम कार्पोरेशन की ओर से सिविल अस्पताल बठिडा के अलावा अन्य सबडिवीजन अस्पतालों में भी लिक्विड बायोमेडिकल वेस्ट को ट्रीट कर पानी को उपयोग में लाने के लिए एसटीपी प्लांट लगाया जा रहा है। अस्पताल में ईटीपी व एसटीपी प्रोजेक्ट लगने से रोज 80 से 90 किलो लीटर पानी ट्रीट होगा, जो पौधों, बगीचों या फिर किसी और कार्य के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा। इस पानी को एकत्रित करने के लिए प्रोजेक्ट में अधिक क्षमता वाले टैंक भी लगाए जाएंगे ताकि जरूरत पड़ने पर टैंक से पानी इस्तेमाल किया जा सके। बाकी वेस्ट पानी सीवरेज लाइन में डाला जाएगा। ईटीपी में ट्रीट किया जाएगा लिक्विड वेस्ट: सिविल सर्जन सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो ने बताया कि जिला अस्पताल से रोजाना निकलने वाले लिक्विड वेस्ट के ट्रीट के लिए एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) लगाया जा रहा है। प्लांट में अस्पताल से मवाद, खून, कैमिकल्स, सर्जरी से निकलने वाली तरल गंदगी, संक्रमित पानी को ट्रीट किया जाएगा। पानी सहित तरल पदार्थ ट्रीटमेंट के बाद संक्रमण मुक्त हो जाएगा। इस पानी और तरल पदार्थ का उपयोग पौधों और बगीचों की सिचाई में किया जाएगा। 150 बिस्तरों की संख्या वालों अस्पतालों में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों के तहत अस्पताल में लिक्विड वेस्ट का इंतजाम करना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके तहत सभी अस्पतालों को लिक्विड वेस्ट के निष्पादन के लिए ईटीपी प्लांट लगाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देश के बाद अब अस्पताल में ईटीपी प्लांट लगाने की कवायद की जा रही है।

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