डीसी दफ्तर के मुलाजिमों ने फूंका सरकार का पुतला

डीसी आफिस के मुलाजिमों ने शुक्रवार को रोष मार्च निकालने के बाद पंजाब सरकार के खिलाफ अर्थी फूंक प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 09:46 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 09:46 PM (IST)
डीसी दफ्तर के मुलाजिमों ने फूंका सरकार का पुतला
डीसी दफ्तर के मुलाजिमों ने फूंका सरकार का पुतला

जागरण संवाददाता, बठिडा: डीसी दफ्तर के मुलाजिमों ने छठे पे कमीशन की रिपोर्ट के विरोध में शुरू किए गए संघर्ष के तहत शुक्रवार को रोष मार्च निकालने के बाद पंजाब सरकार के खिलाफ अर्थी फूंक प्रदर्शन किया। इससे पहले यूनियन के नेता मिनी सचिवालय के गेट पर इकट्ठा हुए, जहां से रोष मार्च निकालने के बाद मानसा रोड पर अर्थी फूंकी। मुलाजिम सोमवार से हड़ताल पर हैं, जिस कारण दफ्तर में काम प्रभावित हो रहा है।

मुलाजिमों ने आरोप लगाया कि रिपोर्ट में मुलाजिमों को 2.25 के साथ कलेक्शन की प्रविजन दी गई है, जिसका मुलाजिम वर्ग को कोई फायदा नहीं होगा। इसके साथ मुलाजिमों के भत्ते घटाए जाने के अलावा कुछ कट भी लगाए गए हैं। उनकी मांग है कि संशोधित रिपोर्ट लागू की जाए। 2004 के बाद भर्ती हुए मुलाजिमों पर पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की जाए। सीपीएफ कर्मचारियों की फैमिली पेंशन लागू की जाए। स्टैनो टाइपिस्टों का टेस्ट माफ किया जाए। बराबर काम बराबर वेतन के सिद्धांत को लागू किया जाए। अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह हड़ताल पर ही रहेंगे। यहां बलदेव सिंह, दीदार सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरचरन सिंह, गुरसेवक सिंह, पूजा, नरेश कुमार, पलविदर सिंह, परमजीत सिंह, सुरिदर सिंह, कैलाश शर्मा, साहिल सिगला आदि उपस्थित थे। सेहत सेवाएं बंद कर चंडीगढ़ में डाक्टरों ने किया प्रदर्शन पिछले दो सप्ताह से एनपीए में की गई कटौती के विरोध में रोष प्रदर्शन कर रहे डाक्टरों ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में प्रदर्शन किया, जिसमें शामिल होने के लिए पीसीएमएस के जिला प्रधान डा.जगरूप सिंह की अगुआई में दो दर्जन से ज्यादा डाक्टर चंडीगढ़ रवाना हुए। इसके चलते शुक्रवार को भी सिविल अस्पताल में सेहत सेवाएं बद रहीं और लोगों को परेशान होना पड़ा। हालांकि इमरजेंसी सेवा चालू रखी गई, लेकिन सरकारी ओपीडी, आप्रेशन, टेस्ट, एक्सरे, अल्टासाउंड समेत तमाम सरकारी काम बंद रखे गए।

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