रोजगार मेले में एमबीए पास को 12 हजार की नौकरी, युवा निराश
पंजाब सरकार की ओर से बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने के मकसद से बठिडा में वीरवार को रोजगार मेला लगाया गया।
जागरण संवाददाता, बठिडा: पंजाब सरकार की ओर से बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने के मकसद से बठिडा में वीरवार को रोजगार मेला लगाया गया। हालांकि रोजगार मेले में प्रशासन की तरफ से की गई तैयारियों के मुकाबले उम्मीद से कम युवा ही पहुंचे, लेकिन जो पहुंचे वे भी निराश ही दिखे। इसका मुख्य कारण यह रहा कि एमबीए पास युवाओं को भी न सिर्फ 12 हजार की नौकरी दी जा रही थी, बल्कि यह नौकरी भी स्थाई न होकर कमीशन बेस्ड थी। इस कारण कई युवा रोजगार मेले से निराश लौट गए।
महाराजा रणजीत सिंह यूनिवर्सिटी में वीरवार को लगाए गए पहले मेले का उद्घाटन डीसी बी श्रीनिवासन ने किया। उनके साथ एडीसी परमवीर सिंह, सीनियर कांग्रेसी नेता जयजीत सिंह जोहल, यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डा. बूटा सिंह, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन केके अग्रवाल, नगर निगम मेयर रमन गोयल, डिप्टी मेयर हरमंदर सिंह, जिला योजना कमेटी के चेयरमैन राजन गर्ग, कांग्रेसी नेता अरुण वधावन, यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डा. गुरिदरपाल बराड़, कैंपस डायरेक्टर डा. सवीना बांसल, डायरेक्टर ट्रेनिग व प्लेसमेट हरजोत सिंह भी उपस्थित थे। मेले में 15 से ज्यादा कंपनियों ने युवाओं का साक्षात्कार लिया।
मेले में पहुंचे ग्रैजुएट, पोस्ट ग्रैजुएट व आइटी एक्सपर्ट युवा काफी निराश हुए। उनका कहना था कि अच्छे नंबरों के साथ पढ़ाई पूरी करने के बाद भी उनको सड़कों पर बीमा पालिसी करने की नौकरी दी जा रही है। वहीं स्थायी वेतन के बजाय कमिशन आधारित काम करने के लिए कहा जा रहा है। रोजगार मेले में 500 से के करीब युवाओं ने रजिस्ट्रेशन करवाई थी, जिसमें से 200 से ज्यादा को नौकरी भी मिली। मेले में एसबीआइ लाइफ इंश्योरेंस, इंडिया जाब कार्ट, सिगला जाब व एचओपी नेक्सट कंपनी के अधिकारी पहुंचे थे। उनके पास 900 से ज्यादा नौकरियां जरूर थीं, मगर सभी के पास मार्केटिग का ही ज्यादातर काम था, जिस कारण युवाओं को निराशा हाथ लगी। वहीं एमबीए पास मनदीप को नौकरी तो मिली, मगर वेतन सिर्फ 12 हजार रुपये होने और कमिशन बेस्ड नौकरी होने के कारण उसने भी बाद में बताऊंगा कहकर, नौकरी लेने से फिल्हाल इन्कार कर दिया।