सिविल अस्पताल में दो महीने बाद शुरू हुई इलेक्टिव सर्जरी

सेहत विभाग ने दोबारा से अस्पताल में इलेक्टिव सर्जरी शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Jun 2021 10:43 PM (IST) Updated:Thu, 03 Jun 2021 10:43 PM (IST)
सिविल अस्पताल में दो महीने बाद शुरू हुई इलेक्टिव सर्जरी
सिविल अस्पताल में दो महीने बाद शुरू हुई इलेक्टिव सर्जरी

जासं, बठिडा: कोरोना महामारी की दूसरी लहर में सेहत विभाग की तरफ से मार्च 2021 में प्रदेश के सभी सिविल अस्पतालों में इलेक्टिव सर्जरी बंद कर दी गई थीं, ताकि संक्रमण ज्यादा फैल न सके। इसके चलते मरीजों को निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा था। अब केस कम होने पर करीब दो माह बाद सेहत विभाग ने दोबारा से अस्पताल में इलेक्टिव सर्जरी शुरू कर दी है। इससे पहले आप्रेशन थिएटर को सैनिटाइज किया गया। साथ ही मरीजों के लिए बनाए गए सार्जिकल वार्ड में दाखिल कोविड पाजिटिव मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने की तैयारी विभाग ने शुरू कर दी है।

एसएमओ डा. मनिदरपाल सिंह ने बताया कि अभी सार्जिकल वार्ड में कोविड पाजिटिव मरीज भर्ती हैं, जिन्हें शिफ्ट करने का काम एक या दो दिन में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद पूरे वार्ड को सैनिटाइज कर सर्जरी वाले मरीजों को भर्ती किया जाएगा, जिसके बाद मरीजों का काफी राहत मिलेगी। सिविल अस्पताल में प्रतिदिन औसतन 20 से 25 इलेक्टिव सर्जरी की जाती रही हैं। इलेक्टिव सर्जरी को कुछ दिन टाला जा सकता है

इलेक्टिव सर्जरी से अभिप्राय उन मरीजों से है जिन्हें सर्जरी की जरूरत है, पर इमरजेंसी नहीं है। उदाहरण के तौर पर पित्ते की पथरी, बच्चेदानी रिमूव करना, घुटना बदलना इत्यादि। इन सर्जरी को कुछ समय के लिए टाला जा सकता है। हालांकि इमरजेंसी केसेज जैसे किसी हादसे में हड्डी टूट जाना, दिमाग पर चोट लगना, आंत फट जाना, गर्भवती महिलाओं की सर्जरी सहित किसी भी प्रकार की इमरजेंसी में सर्जरी पहले ही जारी थीं। एसएमओ डा. मनिदर सिंह ने कहा कि मरीज की सर्जरी से रेपिड एंटीजन टेस्ट किया जाएगा।

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