किसान संघर्ष का असर, नगर पंचायत चुनाव का किया बायकाट
किसान संघर्ष का असर नगर कौंसिल चुनावों पर भी देखने लगा है।
संवाद सूत्र, लहरा महोब्बत :
किसान संघर्ष का असर नगर कौंसिल चुनावों पर भी देखने लगा है। कारपोरेट और सियासी नेताओं की तरफ से किए जा रहे लोक विरोधी फैसलों के खिलाफ लोगों में एकता की लहर पैदा हो गई है। इसकी ताजा मिसाल गांव लहरा मोहब्बत में नगर पंचायत को तुड़वाने के लिए चल रहे संघर्ष में सामने आई।
इस संबंध में एक्शन कमेटी की तरफ से स्थानीय गुरुद्वारा पातशाही छठी के पास धर्मशाला में रखी बैठक को पूरा समर्थन मिला, जिसमें गांववासियों की मौजूदगी में नगर पंचायत चुनावों के बायकाट का प्रस्ताव पास किया गया। प्रस्ताव पर अलग-अलग सियासी पार्टियों के नेताओं से हस्ताक्षर करवाए गए।
इस मौके सुरजीत सिंह, सुखपाल सिंह, कुलविदर सिंह, छहबर सिंह, मुख्तयार सिंह, गुरसेवक सिंह, जस्सा सिंह, गुरदयाल सिंह, कुलविदर सिंह, लक्ष्मण सिंह, सतपाल सिंह, बलजिदर सिंह, प्रकाश सिंह काला, गोबिद सिंह, बलराज सिंह, गुरदास सिंह, इंद्रजीत सिंह, गुरजंट सिंह, जसपाल सिंह ने लाउडस्पीकर राही भी चुनाव के बायकाट का समर्थन किया। एक्शन कमेटी ने चेतावनी दी कि यदि फिर भी कोई चुनावों में खड़े होने की कोशिश करेगा तो उसका सामाजिक बायकाट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नगर पंचायत को तुड़वाने के लिए संघर्ष को ओर मजबूत किया जाएगा। इस संबंधी डीसी बठिडा को भी नगर पंचायत चुनावों को न करवाने संबंधी मांग पत्र दिया जाएगा। संघर्ष को भाकियू डकौंदा, भाकियू सिद्धूपुर, भाकियू क्रांतिकारी, किरती यूनियन, बाबा भाई जी साहिब समाज भलाई क्लब, लहरा मोहब्बत मानवता भलाई संस्था क अलावा गांव के प्रत्येक वर्ग की तरफ से पूर्ण समर्थन मिल रहा है, जिससे किसानों का मनोबल और बड़ा है।