कुष्ठ आश्रम में जरूरतमंदों को जूते वितरित किए

सेहत विभाग बठिडा ने शनिवार को स्पर्श कुष्ठ जागरूकता मुहिम के अंतर्गत स्थानिक कुष्ठ आश्रम में जरूरतमंदों को 70 जोड़े जूते वितरित किए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 03:36 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 03:36 PM (IST)
कुष्ठ आश्रम में जरूरतमंदों को जूते वितरित किए
कुष्ठ आश्रम में जरूरतमंदों को जूते वितरित किए

जासं, बठिडा : सेहत विभाग बठिडा ने शनिवार को स्पर्श कुष्ठ जागरूकता मुहिम के अंतर्गत स्थानिक कुष्ठ आश्रम में जरूरतमंदों को 70 जोड़े जूते वितरित किए। इस मौके पर सिविल सर्जन बठिडा डा. तेजवंत सिंह ने कहा कि कुष्ठ रोग इलाज योग्य है, परंतु इसकी समय सिर जांच जरूरी है। जिला लैपरोसी अफिसर डा. सीमा गुप्ता ने कहा कि कुष्ठ रोग एक जीवाणु से होने वाला रोग है। कुष्ठ रोग की समय सिर जांच और इलाज के साथ अपंगता से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि शरीर और कोई दाग या धब्बा है, जिसमें सूनापन हो, खुजली न हो और पसीना न आता हो कुष्ठ रोग हो सकता है। कानों और गांठू होना, हथेलियों और पैरों के तलों और सूनापन होना कुष्ठ रोग के लक्षण हो सकते हैं। इस रोग के लक्षण नजर आने में दो से पांच साल का समय लग सकता है। लैपरोसी सुपरवाइजर अजैब सिंह और काउंसलर गुरचरन सिंह ने बताया कि कुष्ठ रोग संबंधित कोई भी लक्षण आने और तुरंत सरकारी अस्पताल में इसकी जांच करवानी चाहिए। सभी जिला अस्पतालों में कुष्ठ रोग की जांच और इलाज मुफ्त किया जाता है।

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