लोगों के आपसी झगड़ों का निपटारा कर रही है धानक समाज सभा
किसी समय देश के विभिन्न हिस्सों में कामकाज की तलाश में घूमते धानक समाज के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपनी सभ्यता संस्कृति और रीति रिवाजों को बचाकर रखने की थी
संस, बठिडा : किसी समय देश के विभिन्न हिस्सों में कामकाज की तलाश में घूमते धानक समाज के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपनी सभ्यता, संस्कृति और रीति रिवाजों को बचाकर रखने की थी। इस समाज ने इस चुनौती को स्वीकार किया और इसमें सफल भी रहा। धानक का अर्थ धनुष बनाने और चलाने वाला होता है, जिसे धनुषधारी भी कहते हैं। आज भी धानक जाति के लोग राजस्थान में कही कही बांस का काम करते हैं, ऐसा माना जाता है। क्योंकि काम धंधों कि तलाश में धानक जाति के लोग पूरे देश मे फैल गए तो इन का खानपान, नौकरी पेशा, भाषा, नाम आदि बदल गए, इसके बावजूद जो नही बदला वह है रीति रिवाज, जो वैसे के वैसे ही रहे। धानक समाज मेलजोल, सोचविचार को नया आयाम देने के लिए आगे बढ़ा और आज उसने बठिडा शहर में ही नहीं पूरे पंजाब में अपनी नई पहचान बनाई है। इस समाज ने गलत को गलत कहने की बजाय उसे सुधारने की प्राथमिकता दी। बुराइयों के खिलाफ डटकर इकट्ठा हुआ। लोग कहते हैं समाज के लोग कुछ ऐसे होते हैं, जोकि सिर्फ कुछ गलत होने से सिर्फ तमाशा ही देखते हैं, लेकिन समाज में कुछ ऐसे लोग भी होते हैं, जोकि समाज में हो रहे गलत कार्यों के खिलाफ आवाज उठाते हैं। ऐसा ही धानक समाज है। जो सामाजिक बुराईयों से लड़ रहा है। यूं तो धानक समाज सदियों से देश की आर्थिकता में योगदान देता रहा है, लेकिन इस दौरान साधनों की कमी के बावजूद उसने समाजिक कार्यों में अपनी पहचान बनाने का काम किया। जिले के धानक समाज की बात की जाए तो इसके प्रधान डीआर बागड़ी व वाइस प्रधान बलदेव कृष्ण हैं। वहीं इनके साथ समाज के काफी लोग भी जुड़े हैं। धानक समाज के लोगों द्वारा लोगों के घरों में हो रहे गृह कलेश के झगड़ों का निपटारा किया जाता है। अगर किसी घर में किसी के साथ कुछ गलत हो रहा है, तो सदस्य मिलकर उसके खिलाफ लड़ते हैं। वहीं सोसायटी के सदस्यों द्वारा किसी गरीब परिवार की लड़की शादी भी की जाती है। अगर कोई परिवार आर्थिक रुप से बीमार हो तो सदस्य मिलकर उसकी मदद करने की कोशिश करते हैं। लाकडाउन में गरीबों को खाना देना हो या त्योहारों पर बच्चों को उपहार देना हो। सोसायटी द्वारा हर कार्य हिस्सा लिया जाता है। उनके द्वारा इन कार्यों से प्रभावित होकर अब काफी लोग कार्य कर रहे हैं।
हर मुद्दे पर अपनी आवाज
देश दुनिया की बात हो या समाज की बात हो धानक समाज हर चीज में आगे रहा है। धानक समाज के सदस्य कोई भी देश में घटना होने पर अपने विचार जरूर रखते हैं। इनकी अपनी विचारधारा है। प्रधान डीआर बागड़ी ने बताया कि सदस्य द्वारा मुद्दो को लेकर मीटिग भी की जाती है। धार्मिक कार्यक्रम में भी सभी सदस्य मिलकर कार्य करते हैं। अगर कोई ऐसा विद्यार्थी सामने आता है, जोकि पढ़ने में बेहद होशियार है, लेकिन आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण पढ़ नहीं पा रहा। धानक समाज उस बच्चे की पढ़ाई का खर्चा खुद उठाती है।