डेंगू टेस्ट के लिए 600 रुपये फीस निर्धारित

जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। वही डेंगू से पीड़ित लोगों की तादाद भी 1280 के पार पहुंच गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 02:08 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 02:08 AM (IST)
डेंगू टेस्ट के लिए 600 रुपये फीस निर्धारित
डेंगू टेस्ट के लिए 600 रुपये फीस निर्धारित

जागरण संवाददाता, बठिंडा: जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। वही डेंगू से पीड़ित लोगों की तादाद भी 1280 के पार पहुंच गई है। इस बीच निजी अस्पताल और लैब संचालक डेंगू टेस्ट के लिए मरीजों से लूट न मचा सकें, इसके लिए सेहत विभाग ने सभी सिविल सर्जनों को निर्देश जारी कर डेंगू टेस्ट के लिए फीस 600 रुपये निर्धारित कर दी है। साथ ही मरीज में डेंगू की पुष्टि निजी तौर पर न करने और मरीजों के बारे में तुरंत विभाग को अवगत करवाने को कहा है।

विभाग के आदेशों के मुताबिक निजी अस्पताल व लैब कार्ड आधारित टेस्ट न किए जाएं। टेस्ट केवल एलाइजा आधारित ही किए जाएं, जिससे डेंगू बुखार की सही पुष्टि हो सके। जो भी सैंपल संदिग्ध व पुष्ट हैं, वे विभाग को भेजे जाएं। डेंगू के इलाज के लिए केंद्र सरकार की गाइड लाइन की पालना की जाए। सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो ने कहा कि यदि कोई तय फीस से ज्यादा रेट वसूलता है तो नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। कार्ड टेस्ट पर ही डेंगू का इलाज शुरू कर देते हैं निजी अस्पताल संचालक डेंगू के नाम पर निजी अस्पतालों ने लूट मचा रखी है। इन अस्पतालों में कार्ड टेस्ट में पाजिटिव आने के बाद उसको दाखिल कर इलाज शुरू कर देते हैं। हालांकि विभाग की ओर से सख्त हिदायत यह दी गई है कि यदि कोई डेंगू का आशंकित मरीज है तो उसका एलाइजा टेस्ट भिजवाएं। इसकी जानकारी तुरंत प्रभाव से दी जाए. लेकिन कुछ निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग के इन आदेशों को दरकिनार कर मरीजों को लूटा जा रहा है। जिले में अब तक 1280 डेंगू मरीज मिले

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक जिले में डेंगू के 1280 केस सामने आ चुके हैं। डेंगू के बढ़ते मामलों ने लोगों चिता को बढ़ा दिया है, लेकिन हकीकत यह है कि डेंगू को ट्रेस करने में गंभीरता दिखाई जाए। ग्राउंड लेवल पर इसकी मानीटरिग की जाए तो केसों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिल सकता है। जिले में कई जगहों पर झोलाछाप भी डेंगू मरीजों का इलाज कर रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वह संबंधित स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपनी जांच कराएं और इलाज कराएं।

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