घर, दुकान से लेकर सरकारी दफ्तरों में भी घुसा डेंगू मच्छर

जिले डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। घर और दुकानों के अलावा सरकारी दफ्तरों में डेंगू के मछर ने दस्तक दे दी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 04:40 AM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 04:40 AM (IST)
घर, दुकान से लेकर सरकारी दफ्तरों में भी घुसा डेंगू मच्छर
घर, दुकान से लेकर सरकारी दफ्तरों में भी घुसा डेंगू मच्छर

जागरण संवाददाता, बठिंडा: जिले डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। घर और दुकानों के अलावा सरकारी दफ्तरों में डेंगू के मच्छर ने दस्तक दे दी है। पूर्व दो माह में सेहत विभाग की एंटी लारवा टीम को शहर के 300 जगहों से डेंगू का लारवा मिल, चुका है, जिनमें 17 सरकारी दफ्तर भी शामिल हैं। हररोज मिल रहे डेंगू लारवा के कारण डेंगू के मच्छर पनप रहे हैं। जिले में अब तक 49 मरीज मिल चुके हैं। हालांकि, लारवा मिलने के बाद सेहत विभाग नगर निगम बठिडा को केस भेज रहा है। लोगों को जुर्माना किया जा रहा है। साथ ही संबंधित इलाकों में फोगिंग करवाई जा रही है। सेहत विभाग के अनुसार 49 केसों में 46 मरीज बठिडा अर्बन शहर के हैं और एक केस रामपुरा, भगता भाईका व तलवंडी साबो का है।

सेहत विभाग के अनुसार जिले में डेंगू के चार एक्टिव केस ऊधम सिंह नगर, दो अमरीक सिंह रोड, एक रामपुरा, एक गुरु की नगरी और एक अंबेडकर नगर में है, जबकि इससे पहले कई पाश एरिया से भी डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। बारिश के बाद शहर की सड़कों व गलियों में जगह-जगह जल जमाव और गंदे पानी की वजह से मच्छरों का पनपना तेजी से शुरू हो जाता है, जिस वजह से डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां तेजी से पैर पसारने लगती हैं। मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होने वाला डेंगू बुखार शुरुआत में सामान्य सा लगता है। लेकिन अगर वक्त पर इसका इलाज शुरू न हो या फिर गलत इलाज होने पर डेंगू का बुखार जानलेवा भी साबित हो सकता है। ज्यादातर सुबह के समय ही काटता है डेंगू का मच्छर

जिला एपिडेमोलिस्ट डा. गुरकीरत सिंह का कहना है कि बरसात के मौसम में और उसके फौरन बाद के महीनों में यानी जुलाई से अक्टूबर में डेंगू सबसे ज्यादा फैलता हैं। एडीज इजिप्टी मच्छर बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता और डेंगू का मच्छर खासतौर पर सुबह के वक्त काटता है। काटे जाने के करीब 3-5 दिनों के बाद मरीज में डेंगू बुखार के लक्षण दिखने लगते हैं। साधारण डेंगू बुखार के लक्षण

ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार चढ़ना, सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होना, जो आंखों को दबाने या हिलाने से और बढ़ जाता है, बहुत ज्यादा कमजोरी लगना, भूख न लगना और जी मितलाना और मुंह का स्वाद खराब होना, गले में हल्का-सा दर्द होना, शरीर खासकर चेहरे, गर्दन और छाती पर लाल-गुलाबी रंग के रैशेज होना। डेंगू से बचाव के लिए इन बातों का रखें ध्यान

- घरों में और आसपास के इलाके में पानी न जमा होने दें

- कूलर में भरा पानी दो से तीन दिन बाद जरूर बदल दें

- घर के आसपास नालियों में नगर निगम से एंटी लार्वा का छिड़काव करवाएं

- घर में पोछा लगाने वाले पानी में केरोसीन या फिनायल डालकर नियमित पोछा लगाएं

- जब घर से बाहर निकलें तो पूरी बाजू के कपड़े पहनें

- सोने से पहले हाथ-पैर और शरीर के खुले हिस्सों पर विक्स लगाएं।

- तुलसी का तेल, पुदीने की पत्तियों का रस, लहसुन का रस या गेंदे के फूलों का रस शरीर पर लगाने से भी मच्छर भागते हैं।

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