अंतिम संस्कार के लिए कम पड़ीं वेदियां

कोरोना का कहर जिले में लगातार बढ़ता जा रहा है। वीरवार को पहली बार एकसाथ 17 मरीजों की मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Apr 2021 10:25 PM (IST) Updated:Thu, 29 Apr 2021 10:25 PM (IST)
अंतिम संस्कार के लिए कम पड़ीं वेदियां
अंतिम संस्कार के लिए कम पड़ीं वेदियां

गुरप्रेम लहरी बठिडा

कोरोना का कहर जिले में लगातार बढ़ता जा रहा है। वीरवार को पहली बार एकसाथ 17 मरीजों की मौत हो गई। हालांकि इनमें चार मरीज अन्य जिलों के थे, लेकिन उनका अंतिम संस्कार यहीं किया गया। इस कारण वीरवार को श्मशानघाट में वेदियां कम पड़ गई। कोरोना के कारण 17 लोगों की मौत और शहर में अन्य बीमारियों से होने वाली मौतों के कारण यहां शवों को जलाने के लिए वेदियां नहीं मिल रही थीं। इस कारण चार शवों का फर्श पर ही अंतिम संस्कार किया गया। शवों के अंतिम संस्कार की सेवा निभा रही सहारा जनसेवा के प्रधान विजय गोयल ने कहा कि अगर हम अब भी न संभले तो हालात और बदतर हो जाएंगे। बेकाबू कोरोना, पहली बार 17 मरीजों की मौत, 516 पाजिटिव जिले में कोरोना की स्थिति पूरी तरह से बेकाबू होती जा रही है। वीरवार को कोरोना के कारण 17 मरीजों की मौत हो गई, जबकि 516 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले। 24 घंटे में 17 मरीजों की मौत का अब तक सबसे बड़ा आंकड़ा है। जिला प्रशासन के मुताबिक इनमें 13 लोग जिले के हैं, जबकि चार दूसरे जिलों व राज्यों के हैं। उधर, सेहत विभाग कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने की बजाए खुद लापरवाही दिखा रहा है। सिविल अस्पताल में बनाए कोरोना वार्ड में दाखिल मरीजों के पास उनके रिश्तेदार व सवजन बिना किसी रोकटोक आ जा रहे हैं, जबकि वार्ड में तैनात स्टाफ की तरफ से किसी को रोका तक नहीं जा रहा है। इसकी वजह कोरोना संक्रमण फैलने का डर और भी हो गया है।

वीरवार को 516 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद जिले में पाजिटिव मरीजों की संख्या 19966 पर पहुंच गई है और एक्टिव केस 4296 हो गए हैं। इनमें 3533 मरीज होम आइसोलेट हैं, जबकि 529 मरीज अभी अनट्रेस हैं। वीरवार तक जिले में 346 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। 24 घंटे में 255 मरीज ठीक हुए हैं।

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