सीपीएफ कर्मचारी नौ को पटियाला में करेंगे प्रदर्शन

सीपीएफ यूनियन की ओर से पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करवाने की मांग को लेकर नौ दिसंबर को पटियाला में कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की रिहायश का घेराव किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 08:16 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 08:16 PM (IST)
सीपीएफ कर्मचारी नौ को पटियाला में करेंगे प्रदर्शन
सीपीएफ कर्मचारी नौ को पटियाला में करेंगे प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, बठिडा: सीपीएफ यूनियन की ओर से पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करवाने की मांग को लेकर नौ दिसंबर को पटियाला में कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की रिहायश का घेराव किया जाएगा।

यूनियन के जिला मानसा के प्रधान धर्मेंद्र सिंह व महासचिव लक्शदीप सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की ओर से बयान दिया गया है कि अगर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनती है तो पुरानी पेंशन बहाल की जाएगी, जबकि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व विरोधी पक्ष के नेता द्वारा भी बयान दिया गया है कि अगर हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनी तो पुरानी पेंशन बहाल की जाएगी। यहां तक की उत्तराखंड में भी कांग्रेस नेताओं ने पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करवाने को लेकर वादा किया है। उन्होंने कहा कि जब पूरे देश में कांग्रेसी पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करवाने को लेकर सहमत है तो पंजाब में इस मामले में सरकार द्वारा क्यों नहीं कोई कदम उठाया जा रहा। जिसके विरोध में अब उनके द्वारा धरना लगाया जा रहा है। जबकि कांग्रेस को आने वाले चुनावों में इसका नतीजा भुगतना पड़ेगा। इस मौके पर संदीप सिंह, रविद्र पाल सिंह, दीपक कुमार, जसवीर सिंह, रविदर गर्ग, अमरिदर सिंह, मनदीप सिंह, भूपेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे। रोडवेज कर्मियों ने बस स्टैंड पर दो घंटे लगाया जाम पीआरटीसी व पंजाब रोडवेज के कच्चे मुलाजिमों ने रेगुलर करने की मांग को लेकर दो घंटे बठिडा का बस स्टैंड जाम किया। मुलाजिमों ने बस स्टैंड के गेट पर धरना लगा दिया, जिस दौरान न तो किसी बस को बाहर आने दिया और न ही किसी भी बस को बाहर जाने दिया।

रोडवेज के मुलाजिमों ने जिस समय धरना लगाया था, उस समय सबसे ज्यादा नौकरीपेशा व विद्यार्थी अपने-अपने गंतव्य के लिए जाते हैं, लेकिन उनको कोई भी बस न मिलने के कारण वहां खड़े होकर धरना खत्म होने का इंतजार करना पड़ा। दूसरी तरफ दो घंटे के करीब बस स्टैंड जाम रहने के कारण 50 के करीब विभिन्न बसों के रूट प्रभावित हुए। वहीं मुख्य सड़क पर वाहनों के दोनों तरफ लाइनें लगने से शहरवासी भी जाम में परेशान होने लगे। हालांकि प्राइवेट बस आपरेटरों की ओर से अपनी बसों को बाहर से चलाया गया। इस कारण लोगों को भी काफी दूर तक अपना सामान उठाकर पैदल चलने के लिए मजबूर होना पड़ा। यूनियन के प्रधान संदीप सिंह ने बताया कि वह पिछले लंबे समय से पक्का करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार द्वारा हर बार उनको भरोसा दे दिया जाता है। उन्होंने ऐलान किया कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वह सात दिसंबर से पक्के तौर पर हड़ताल करेंगे।

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