साग खाने के बाद दंपती की मौत, बेटे की हालत गंभीर
जिले के गांव चनारथल में सरसों का साग खाने के बाद एक दंपती की मौत हो गई जबकि उनका बेटा हरप्रीत सिंह जिदगी और मौत से जंग लड़ रहा है।
जासं,बठिडा: जिले के गांव चनारथल में सरसों का साग खाने के बाद एक दंपती की मौत हो गई, जबकि उनका बेटा हरप्रीत सिंह जिदगी और मौत से जंग लड़ रहा है। मृतक दंपती की पहचान 53 वर्षीय सुरजीत सिंह और उसकी पत्नी 51 वर्षीय चरणजीत कौर के तौर पर हुई है। रविवार को दोनो शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल बठिडा लाया गया, जहां पर मृतक के परिजनों के बयान पर 174 की कार्रवाई करने के बाद शवों का पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार के लिए सौंपा दिया गया है, जबकि उनका बेटा मौड़ सिविल अस्पताल में दाखिल है। हालांकि मौत के असल कारण का पता रिपोर्ट आने के बाद ही लग सकेगा।
सिविल अस्पताल में पहुंचे मृतक दंपती के दादा लीला सिंह खालसा ने बताया कि शनिवार को उनके घर में रात के समय सरसों का साग बनाया गया था, जिसे पहले चरणजीत कौर और सुरजीत सिंह ने खाया। उसके बाद उनके बेटे हरप्रीत सिंह ने खाया था। साग खाने के बाद तीनों की हालत गंभीर हो गई। उन्हे पहले मौड़ मंडी के सरकारी अस्पताल दाखिल करवाया गया, जहां पर सुरजीत सिंह और चरणजीत कौर की मौत हो गई, जबकि हरप्रीत को वेंटिलेटर पर रखा गया है, जो जिदगी और मौत से जंग लड़ रहा है।
उधर, थाना कोटफत्ता के एसआइ संदीप सिंह का कहना था कि पुलिस ने दोनो शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल बठिडा पहुंचा दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का सही कारण पता लग सकेगा। वही डाक्टरों का मानना है कि सरसों का साग खाने से किसी की मौत नहीं हो सकती है। आशंका जताई जा रही है कि साग बनाते समय उसमें कोई जहरीला जीव गिर गया या फिर सरसों के साग के साथ कई बार जहरीले पौधे की खपतवार भी उग जाती है। साग काटते समय वह भी साथ चला जाता है, जिससे साग जहरीला हो गया और मौत का कारण बना। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। थाना कोटफत्ता के इंचार्ज बलविदर सिंह का कहना है कि मृतक के भाई के बयान पर फिलहाल आइपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई की गई है। अब तक की गई जांच में कुछ भी संदिग्ध सामने नहीं आया है।