निगम अधिकारी बिना समस्या हल किए डाल रहे रिसोलवड के मैसेज

शहर के लोगों की ओर से नगर निगम को ऑनलाइन भेजी जा रही शिकायतों पर अधिकारी बिना समस्या हल किए उन्हें रिसोलवड के मैसेज भेज रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Feb 2019 09:32 PM (IST) Updated:Sun, 17 Feb 2019 09:32 PM (IST)
निगम अधिकारी बिना समस्या हल किए डाल रहे रिसोलवड के मैसेज
निगम अधिकारी बिना समस्या हल किए डाल रहे रिसोलवड के मैसेज

जागरण संवाददाता, ब¨ठडा : शहर के लोगों की ओर से नगर निगम को ऑनलाइन भेजी जा रही शिकायतों पर अधिकारी बिना समस्या हल किए उन्हें रिसोलवड के मैसेज भेज रहे हैं। इस पर शहर की जागो ग्राहक संस्था के संचालक एवं आरटीआइ कार्यकर्ता संजीव गोयल ने राज्य के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू सहित विभाग के उच्चाधिकारियों को शिकायत भेजकर निगम अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। ताकि बिना समस्या हल किए वे किसी को रिसोलवड का संदेश न भेज सकें।

गोयल ने अपनी शिकायत में बताया कि उसने हैण्ड पंप ठीक करने की शिकायत दिनांक बीती 25 जनवरी को लिखवाई थी, जिसका उसे 28 जनवरी को रिसोलवड का मैसेज मिला। हालांकि उस दिन वह पता न चलने के कारण यह मैसेज देख नहीं पाया था। शनिवार को एक मैसेज चेक करते समय निगम का मैसेज भी दिखाई पड़ा। जबकि असल में वह हैण्ड पंप आज तक भी ठीक नहीं किया गया है। इसके अलावा कुछ दिन पहले उसने स्ट्रीट लाइट्स की शिकायतें भी लिखवाई थीं। जिनमें से कुछ स्ट्रीट लाइट्स को तो ठीक कर दिया गया, लेकिन कुछेक के बिना ठीक किए ही निगम ने रिसोलवड के संदेश भेज दिए। जबकि सच्चाई ये है कि ये लाइट्स आज की तारीख में भी बंद हैं। निगम के कर्मचारियों की यह कार्यप्रणाली है।

आरटीआइ कार्यकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि निगम कार्यालय में शिकायत लिखवाने जाने पर पहले लिखने में आना-कानी की जाती है। जब शिकायत लिखवाते हैं तो वह सिर्फ एक सादे कागज पर लिखी जाती और उसका नंबर भी नहीं दिया जाता। नंबर मांगने पर कहा जाता है कि आपके मोबाइल पर आ जाएगा। मोबाइल पर कई शिकायतों के तो नंबर आ जाते हैं, मगर कइयों के नहीं आते। शिकायत को अगले दिनांक में दर्ज किया जाता है। समस्या हल न होने पर कई बार जब दफ्तर जाकर स्टेटस पता किया जाता है तो वह भी नहीं बताया जाता है। उन्होंने विभाग के उच्चाधिकारियों से इस मामले में सख्त कदम उठाने की मांग की है।

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