सिविल अस्पताल के मरीजों को मिलेगी लिफ्ट की सुविधा

नवीनीकरण के तहत पुरानी ओपीडी बिल्डिंग में मरीजों की सुविधा के लिए लिफ्ट लगा दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 05:07 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 05:07 PM (IST)
सिविल अस्पताल के मरीजों को मिलेगी लिफ्ट की सुविधा
सिविल अस्पताल के मरीजों को मिलेगी लिफ्ट की सुविधा

जासं, बठिडा : 4.38 करोड़ रुपये की लागत से बठिंडा के शहीद भाई मनी सिंह सिविल अस्पताल के किए जा रहे नवीनीकरण के तहत पुरानी ओपीडी बिल्डिंग में मरीजों की सुविधा के लिए लिफ्ट लगा दी गई है। लिफ्ट को फिट करने का काम पूरा हो चुका है। बस अब ट्रायल लेना बाकी है, जोकि आगामी दिनों में पूरा कर लिया जाएगा, जिसके बाद आम पब्लिक के लिए लिफ्ट शुरू कर दी जाएगी। इसका फायदा सर्जिकल वार्ड, स्पेशल वार्ड व जरनल वार्ड के मरीजों को मिलेगा। लिफ्ट नहीं होने के कारण मरीजों व उनके परिजनों को सीढि़यों या रैंप के माध्यम से ऊपर नीचे आना जाना पड़ता था, लेकिन अब जल्द ही लिफ्ट की सुविधा मिलेगी। वहीं ओपीडी में लिफ्ट लगने से इसका लाभ फस्ट फ्लोर पर एसएमओ कार्यालय, ईएनटी माहिर, स्किन माहिर, आई स्पेशिलिस्ट, डेंटल स्पेशिलिस्ट, पैथालोजी लैब और सैकेंड फ्लोर पर इंजीनियरिग विग, होम्योपैथिक विभाग, डीएमसी कार्यालय, रिकार्ड रूम व आयुष्मान योजना संबंधी जानकारी प्राप्त करने के लिए सेंटर जाने वाले मरीजों व अन्य को मिलेगा।

सिविल अस्पताल एसएमओ डा. मनिदर पाल सिंह ने बताया कि ओपीडी में पहले लिफ्ट की सुविधा नहीं थी। वृद्ध व दिव्यांग मरीजों को फ‌र्स्ट व सेकेंड फ्लोर पर जाने व आने में असुविधा होती थी। इंजीनियरिग विग की ओर से लिफ्ट लगाने का काम पूरा कर लिया गया है। जल्द ही ट्रायल लेकर आम पब्लिक के लिए शुरू कर दी जाएगी।

उच्च क्वालिटी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे

अस्पताल प्रबंधकों के अनुसार अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए उच्च क्वालिटी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। कैमरों का कंट्रोल रूम फस्ट फ्लोर पर एसएमओ कार्यालय में बनाया गया है, जहां से अस्पताल में आने वाले लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। मरीजों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए अस्पताल में आरओ सिस्टम लगाया गया लेकिन अस्पताल के विभागों में पानी की पूर्ति के लिए वाटर पंप व टैंक की व्यवस्था की जा रही है। गौरतलब है कि वित्तमंत्री ने सिविल अस्पताल की रिपेयर के लिए करीब चार करोड़ रुपये का फंड जारी किया था, जिसके तहत अस्पताल की पुरानी इमरजेंसी वार्ड की रिपेयर पर 56.58 लाख रुपये खर्च किए जा रहे है, ओपीडी ब्लाक पर 48 लाख रुपये खर्च होंगे। इसमें ओपीडी ब्लाक के बाथरूम की रिपेयर करने, बिल्डिंग को रंग-रोगन करने के साथ लिफ्ट भी लगाई जाएगी। जच्चा-बच्चा वार्ड की रिपेयर पर भी करीब 71.71 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। वार्ड के सभी दरवाजे अल्मुनियम के लगेंगे। जबकि बाथरूम व फर्श के साथ इमारत की छत को रिपेयर किया जाएगा। वहीं इमारत की बिजली फिटिंग खराब होने के साथ कई कमरों में पैनल तबदील किए जाएंगे। तीन दशक पुरानी अस्पताल की मोर्चरी को तोड़कर नई बनाई जा रही है, जिसपर 56.58 लाख रुपये खर्च होंगे। इसके तहत नई मार्चरी में बाडी स्टोरिग यूनिट, पोस्टमार्टम रूम, डाक्टर रूम, विजटर रूम व जरनल टायलट बनेगा। ग्राउंड फ्लोर पर बने आप्रेशन थिएटर को अस्पताल के दूसरी मंजिल स्थित मेडिकल वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। इस पर 1.19 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अस्पताल में टूटी सड़कों, खराब लाइट, बंद सीवरेज और पार्किंग के निर्माण के लिए 57.94 लाख रुपए खर्च होंगे। सीवरेज-पानी की समस्या का हल करने के लिए 80 लाख रुपये खर्च किए जा रहे है।

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