कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति के नाम डीसी को सौंपा ज्ञापन
बसपा की तरफ से कृषि कानून रद करने की मांग को लेकर मंगलवार को मिनी सचिवालय के समक्ष धरना दिया गया।
जागरण संवाददाता, बठिडा: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की तरफ से कृषि कानून रद करने की मांग को लेकर मंगलवार को मिनी सचिवालय के समक्ष धरना दिया गया। आंबेडकर पार्क में दिए गए इस धरने के दौरान प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी और डीसी बी श्रीनिवासन को राष्ट्रपति के नाम संबोधित मांग पत्र भी सौंपा।
मांग पत्र में उन्होंने कहा कि सितंबर 2020 में केंद्र सरकार की ओर से तीन कृषि कानून लागू किए गए हैं, जिसमें बड़े कारपोरेट घरानों को बंदिश मुक्त खेती उत्पादों का व्यापार करने, बड़े व्यापारियों को अथाह भंडारण तथा बिना जवाबदेही खेती करने के अधिकार दिए गए हैं। यह खेती कानून खेती सेक्टर को तबाह कर देंगे। धीरे-धीरे करके एमएसपी खत्म हो जाएगा। किसान पिछले सात माह से दिल्ली में कानून के विरोध में धरने पर बैठे हैं, लेकिन केंद्र को कोई फिक्र नहीं है। कृषि कानून जल्द से जल्द रद किए जाएं। जिला प्रधान डा. जोगिदर सिंहकी अगुआई में किए इस प्रदर्शन के दौरान वकील राजेंद्र कुमार, हरनेक सिंह, बिल्लू सिंह, सुरेंद्र शिवा, सेवा सिंह, सतनाम सिंह, दशहरा सिंह, जीत सिंह, एडवोकेट नवनीत कटारिया, सुखमंदर सिंह, मेजर सिंह, नायब सिंह, नरेश चोपड़ा, रणबीर सिंह आदि भी मौजूद थे। बसपा ने फूंका कांग्रेस नेता मोफर का पुतला उधर, मानसा में कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक अजीतइंदर सिंह मोफर की ओर से क्षेत्र के एक सरपंच से फोन पर बोले गए अपशब्दों के विरोध में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) वर्करों ने मोफर का पुतला जला पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
आत्मा सिंह परमार व एडवोकेट भूपिदर सिंह बीरवाल ने कहा कि मोफर ने अनुसूचित वर्ग के खिलाफ अपशब्द बोले हैं, जिसके चलते उक्त नेता के खिलाफ केस दर्ज किया जाए। अगर उनकी मांग को पूरा न किया गया तो आने वाली तीन अगस्त को बसपा के प्रदेश अध्यक्ष जसवीर सिंह गढ़ी की अध्यक्षता में सरदूलगढ़ में प्रदेश स्तरीय धरना देकर रोष प्रगट किया जाएगा। साथ ही शिरोमणि अकाली दल व बसपा नेताओं ने तीनों कृषि कानून रद करवाने की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम डीसी को ज्ञापन भी दिया। इस अवसर पर शिरोमणि अकाली दल के शहरी प्रधान प्रेम अरोड़ा, गुरदीप माखा, लक्खा सिंह कुसला, गुरजंट सिंह भीखी, सरवर कुरैशी, डा. निशान सिंह, गुरप्रीत सिंह चहल, केएस मठाडू, सुखदेव सिंह भीखी, जसवीर सिंह जस्सी, अंग्रेज जटाणा, बलवीर सिंह आदि मौजूद थे।