बिना किताबों के स्कूलों में नया सेशन शुरू

हालात ये हैं कि खुद स्कूलों में किताबें उपलब्ध नहीं करवा पा रहा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 06 Apr 2021 10:02 PM (IST) Updated:Tue, 06 Apr 2021 10:02 PM (IST)
बिना किताबों के स्कूलों में नया सेशन शुरू
बिना किताबों के स्कूलों में नया सेशन शुरू

ज्योति बबेरवाल, बठिडा

शिक्षा विभाग की ओर से अध्यापकों पर लगातार सरकारी स्कूलों में दाखिले बढ़ाने का दबाव बनाया जाता है, लेकिन हालात ये हैं कि खुद स्कूलों में किताबें उपलब्ध नहीं करवा पा रहा। कोरोना के चलते चाहे स्कूल बंद हैं, लेकिन अप्रैल शुरू होते ही नया सेशन शुरू हो चुका है। अब तक किसी भी स्कूल में किताबें नहीं पहुंची हैं।

जिले के स्कूलों में विद्यार्थियों की 20 से 25 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई है, जिनके अनुपात में मांग के अनुसार किताबों की सप्लाई ब्लाक व स्कूल वाइज बारी-बारी से भिजवाई जा रही है। इसके बावजूद शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों में अब तक किताबें नहीं पहुंच पाई हैं। हालांकि पहले यह किताबें मार्च के अंतिम हफ्ते में ही पहुंच जाती थीं। सेशन के एक हफ्ता निकलने के बाद भी बच्चों को मैथ-साइंस जैसे महत्वपूर्ण विषयों की किताबें नहीं मिली हैं। हालांकि शिक्षा सचिव की ओर से पहली अप्रैल से शुरू होने वाले सेशन से पहले-पहले स्कूलों में किताबें पहुंचाने के निर्देश दिए जाते रहे हैं, वहीं जिला व ब्लाक शिक्षाधिकारियों को भी वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए किताबों को जल्द से जल्द बच्चों तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए, लेकिन अब तक पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के डिपो से ही किताबों की सप्लाई नहीं पहुंची है। अब तक नहीं पहुंचे 72 टाइटल

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से जिला डिपो में किताबों की सप्लाई शुरू कर दी गई है। हालात ये हैं कि जिले में करीब साढ़े 11 लाख किताबें बच्चों को पहुंचानी थीं, जिसमें अब तक करीब छह लाख 68 हजार किताबें ही पहुंच पाई हैं। बार बार सब्जेक्ट की डिमांड के अनुसार किताबों की कमी आती रही। पहली से पांचवीं तक 52 टाइटल में से 38 ही पहुंच पाए हैं, जिसमें से 14 केस पेंडिग है। वहीं छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों की किताबों में 65 टाइटल में से 40 व नौवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के 80 में से 47 टाइटल ही पहुंच पाए हैं। अब तक पहली से बारहवीं तक की किताबों के करीब 72 टाइटल पेंडिग पड़े हैं। जल्द उपलब्ध करवाई जाएंगी सभी किताबें

हमारे स्कूलों में करीब 30 से 35 फीसद तक किताबें पहुंच चुकी हैं। हमारी कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा किताबें स्कूलों में पहुंचाई जाएं। जैसे-जैसे किताबें डिपो में पहुंचती रहेंगी, वैसे ही स्कूलों में सप्लाई होती रहेगी।

- इकबाल सिंह बुट्टर, उपजिला शिक्षा अधिकारी

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