मलेशिया गया नौजवान जंगल में काट रहा है जिदगी
गांव बाजक के निवासियों ने मंगलवार को अजीत रोड पर स्थित एक आइलेट्स और इमिग्रेशन सेंटर के सामने रोष धरना लगाया।
जासं,बठिडा: भारती किसान यूनियन एकता उग्राहां के नेतृत्व में गांव बाजक के निवासियों ने मंगलवार को अजीत रोड पर स्थित एक आइलेट्स और इमिग्रेशन सेंटर के सामने रोष धरना लगाया। आरोप है कि उक्त सेंटर के मालिक ने गांव बाजक के एक नौजवान को पौने पांच साल पहले वर्क परमिट पर मलेशिया भेजा था, लेकिन वहां उसे रोजगार नहीं मिला और वह जंगल में छिपकर रहने के लिए मजबूर है। पेट भरने के लिए जंगल में से लकड़ियां काटकर वहां के एक ढाबे वाले को देता है, जिसके बदले ढाबा मालिक उसे दो समय की रोटी दे रहा है।
गांव बाजक के गुरमेल सिंह ने बताया कि पौने पांच साल पहले उसका बेटा खुशदीप सिंह उक्त इमिग्रेशन सेंटर के जरिए वर्क पर्मिट पर मलेशिया गया था, जहां एजेंटों ने उसका पासपोर्ट भी छीन लिया। इस कारण वह जंगल में छिप रह रहा है। शिकायत करने पर उक्त सेंटर मालिक अपनी ऊंची पहुंच की धमकी देता है। इस कारण अब उसको भारतीय किसान यूनियन का सहारा लेना पड़ा। इस मौके पर गांव वासियों ने इमिग्रेशन सेंटर के मालिक के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं थाना सिवल लाइन के एसएचओ रविदर सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और किसान यूनियन के नेताओं और पीड़ित परिवार को जल्द कार्रवाई का भरोसा दिया। सेटर संचालक ने बेटी की फीस के नौ लाख रुपये भी ठगे: जसविंदर धरने में पहुंचे जसविदर पाल निवासी भागू रोड गली नंबर 16 ने बताया कि उसने अपनी बेटी को उक्त आइलेट्स सेंटर के जरिए पढ़ाई के लिए कैनेडा भेजा था। कालेज की फीस के लिए उसने पौने नौ लाख रुपये उक्त सेंटर के मालिक को दिए थे, लेकिन उसने फीस नहीं भरी। शिकायत करने पर उसने बेटी को कनाडा से डिपोट करवाने की धमकी दी। इसके बाद उसने अपना घर बेचकर बेटी के कालेज की फीस भरी और सेंटर मालिक के खिलाफ थाना सिविल लाइन में शिकायत की।