बठिडा-डबवाली मार्ग पर कंटीली झाड़ियों बनी लोगों के लिए परेशानी
बठिडा-डबवाली नेशनल सड़क आवाजाही के तौर पर देश की सबसे व्यस्त सड़कों में से एक है। पूरा दिन और रात भर इस सड़क पर आवाजाही रहती हैं।
संवाद सूत्र, संगत मंडी : बठिडा-डबवाली नेशनल सड़क आवाजाही के तौर पर देश की सबसे व्यस्त सड़कों में से एक है। पूरा दिन और रात भर इस सड़क पर आवाजाही रहती हैं। यह सड़क पंजाब, हरियाणा और राजस्थान प्रदेशों को एक साथ जोड़ती हैं। इसके अलावा दिल्ली जाने वाला ट्रैफिक भी यहां से गुजरता हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह सड़क बठिडा में एशिया की सबसे बड़ी सेना छावनी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ती है और यहां से सैनिकों की आवाजाही बठिडा-डबवाली रोड के रास्ते होती है।
इस सड़क के चारों ओर उग रही पहाड़ी किकर और कंटीली झाड़ियां इतने लंबे समय से राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं। झाड़ियां हरियाणा के डबवाली से एम्स अस्पताल बठिडा तक करीब 25 किलोमीटर तक सड़क की सफेद पट्टी को पार कर चुकी हैं। इसके अलावा फोर लाइन के लिए सड़क तैयार की जा रही है लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या फोर लाइन का काम शुरू होने तक लोगों को इस समस्या का सामना करना पड़ेगा या संबंधित विभाग इस समस्या का कोई उपयुक्त समाधान निकालेगा। यहां से गुजरने वाले दोपहिया वाहन अक्सर रात में इन झाड़ियों से टकरा जाते हैं और कभी-कभी दिन में भी लोग इनसे टकरा जाते हैं, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। कई बार ये झाड़ियां बिना हेलमेट के लोगों की आंखों में फंस जाती हैं। इसी प्रकार गांव पथराला के किसान नेता इकबाल सिंह ने कहा कि बठिडा जाते समय वह भी इन झाड़ियों की चपेट में आ गया लेकिन मोटरसाइकिल की धीमी गति के कारण बच गया। नेशनल हाईवे अथारिटी के पास है देखरेख का जिम्मा
इस संबंधी पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी मंदर सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि यह सड़क नेशनल हाईवे अथारिटी के पास है। इसकी देखरेख केंद्र सरकार के उक्त महकमे के पास है। इसके बाद जब नेशनल हाईवे अथारिटी के बठिडा स्थित अधिकारी हरीश मित्तल को कई बार फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।