जगरूप गिल हो सकते हैं तीसरे मेयर
नगर निगम चुनाव के दो माह बाद वीरवार को कौन बनेगा मेयर की चर्चा पर विराम लग जाएगा।
गुरप्रेम लहरी बठिडा
नगर निगम चुनाव के दो माह बाद वीरवार को 'कौन बनेगा मेयर' की चर्चा पर विराम लग जाएगा। मिनी सचिवालय के डीसी मीटिग हाल में साढ़े 11 बजे तकनीकी शिक्षा मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी की प्रधानगी में हो रही बैठक के दौरान उनकी ओर से लाए गए लिफाफे से बठिडा के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के नाम निकल आएंगे। इसको लेकर सीनियर पार्षदों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं। बठिडा नगर निगम के तीसरे मेयर बनने के लिए कई सीनियर पार्षद दौड़ में हैं।
लगतार छह बार पार्षद बनने वाले जगरूप सिंह गिल मेयर बनने की पहली कतार में हैं, जबकि इस पद के लिए मास्टर हरमंदर सिंह,रमन गोयल व अशोक कुमार भी अपनी अपनी दावेदारी जता रहे हैं। इन सभी का अपना अपना तर्क है। सबसे प्रबल दावेदार जगरूप सिंह गिल ही माने जा रहे हैं। मेयर का ताज उनके सिर पर टिकाया जा सकता है, क्योंकि वह लगातार छठी बार पार्षद चुने जाने के साथ पुराने कांग्रेसी वर्कर और नगर निगम के हाउसों में विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं। इनमें से कई पार्षद मेयर न बनाए जाने की सूरत में सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर की भी उम्मीद लगाए बैठे हैं। हालांकि डिप्टी मेयर के लिए वित्तमंत्री के करीब रहने वाले नेता भी अपनी नवनिर्वाचित पत्नियों को डिप्टी मेयर बनवाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। बेशक सभी सीनियर पार्षदों व वित्तमंत्री के करीबी नेताओं की ओर से अपने-अपने स्तर पर जोर लगाया जा रहा है, लेकिन वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इसलिए कोई भी नेता पूरी तरह से कोई पद मिलने के लिए आश्वस्त नहीं है। अब उन सबकी धड़कनें वीरवार दोपहर साढ़े 11 बजे तकनीकी शिक्षा मंत्री की ओर से खोले जाने वाले लिफाफे पर अटकी हुई हैं। इसके अलावा कई युवा पार्षद भी मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर में से किसी एक पद के लिए उम्मीदें लगाए बैठे हैं, क्योंकि उनका कहना है कि वित्तमंत्री के समक्ष किसी युवा को भी तरजीह देने की मांग रखी गई है।