समाजसेवियों का बठिडा सोशल ग्रुप निगम चुनाव में उतारेगा अपने प्रत्याशी

संगठनों की ओर से मिलकर बनाए गए बठिडा सोशल ग्रुप ने नगर निगम चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 09:47 PM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 05:10 AM (IST)
समाजसेवियों का बठिडा सोशल ग्रुप निगम चुनाव में उतारेगा अपने प्रत्याशी
समाजसेवियों का बठिडा सोशल ग्रुप निगम चुनाव में उतारेगा अपने प्रत्याशी

जागरण संवाददाता, बठिडा :

महानगर की धार्मिक, सामाजिक व अन्य संगठनों की ओर से मिलकर बनाए गए बठिडा सोशल ग्रुप ने नगर निगम चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। मंगलवार की शाम को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सोशल ग्रुप के सदस्यों ने कहा कि बठिडा में अधिकतर समस्याएं पिछले लंबे समय से बनी हुई हैं। जिसमें पीने वाले साफ पानी का प्रबंध न होना, शहर की बदहाल सीवरेज व्यवस्था, बरसाती पानी के निकासी की समस्या, बेसहारा पशुओं की समस्या, आवारा कुत्तों की समस्या, हर रोज हो रही चोरी की वारदातें, औरतों, बच्चों व आम लोगों की सुरक्षा, बाहरी इलाकों में सेहत सहूलियतों की समस्या, शहर की मुख्य सड़कों की खस्ता हालत, बस्तियों की गलियों की बुरी हालत, शहर में स्वच्छ वातावरण व हरियाली की समस्या आदि यह वह समस्याएं हैं जोकि पिछले लंबे समय से बनी हुई हैं। पहले नगर कौंसिल और फिर नगर निगम चुनाव में कभी कोई पार्टी तो कभी कोई पार्टी की सत्ता आती रही है, लेकिन बुनियादी समस्याएं कोई भी पार्टी हल नहीं कर पाई है। शहर के लोगों को इन समस्याओं से निजात दिलाने के लिए ही जागरूक लोगों की ओर से इस संगठन का गठन किया है तो लोगों को इन समस्याओं से निजात दिलाएगी। राजनीतिक लोग कभी आजाद नहीं होते। उन पर पार्टियों का प्रेशर होता है। उन्हें लोगों की कोई चिता नहीं होती। समाजसेवी लोग ही जनता के प्रति चितित होते हैं। समस्याओं का हल राजनीतिक लोगों के बस की बात नहीं रही है। इसलिए निगम चुनाव में सभी वार्डों में समाजसेवी, इमानदार, पढ़े-लिखे तथा बुद्धिजीवी उम्मीदवारों को उतारा जाएगा और जीत हासिल करके निगम में अपन मेयर बनाएगा। चुनाव में उम्मीदवारों के रिज्यूम लिए जाएंगे और पूरी परख के बाद ही उन्हें टिकट दिया जाएगा।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान समाजसेवियों ने यह भी आरोप लगाया कि लॉकडाउन के दौरान लंगर की जितनी भी सेवा हुई है वह सब समाजसेवियों की ओर से ही की गई थी। राज्य सरकार या जिला प्रशासन ने कुछ नहीं किया। बल्कि जिला प्रशासन की ओर से समाजसेवियों के काम में अड़चन ही डाली गई। पास जारी करने में भेदभाव किया गया। इस मौके डॉ. तरसेम गर्ग, गुरविदर शर्मा तथा गुरप्रीत सिंह ने अपने-अपने विचार रखे।

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सुभाष चंद्र

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