गठबंधन टूटने में सियासी सरगर्मियां बढ़ीं

केंद्र सरकार की ओर से पास किए गए कृषि विधेयक किसान विरोधी माने जा रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 10:45 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 10:45 PM (IST)
गठबंधन टूटने में सियासी सरगर्मियां बढ़ीं
गठबंधन टूटने में सियासी सरगर्मियां बढ़ीं

संस, गोनियाना मंडी : केंद्र सरकार की ओर से पास किए गए कृषि विधेयक किसान विरोधी माने जा रहे थे। सभी राजनीतिक पार्टियां इस पर अपना-अपना पक्ष दे रही है। इसी के चलते पंजाब में अकाली दल और भाजपा का जो गठजोड़ था, वह भी आखिर टूट गया। पहले केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अपने पद से इस्तीफा दिया और उसके कुछ दिनों बाद ही पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब में एनडीए के साथ अपना गठजोड़ खत्म कर दिया। इसके चलते गोनियाना मंडी के अकाली दल और भाजपा के वर्करों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी।

इस बारे में अकाली दल पंजाब कोर कमेटी मेंबर बलकार सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि पार्टी का यह फैसला प्रशंसनीय है। पार्टी ने किसानों की खातिर यह गठजोड़ तोड़ा है। जब उनसे पूछा गया कि क्या गठजोड़ टूटने पर अकाली दल को चुनाव में मुश्किलें आ सकती हैं तो उन्होंने कहा कि यह गठजोड़ किसानों और लोगों के लिए ही तोड़ा गया है। लोग समझदार हैं और वह सिर्फ काम को ही देखते हैं। अकाली दल हमेशा किसानों और जनता के लिए ही काम करता है। इसलिए किसी भी चुनाव पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।

इसके बारे में जब यूथ अकाली दल के प्रधान गुरदौर सिंह संधू से संपर्क किया तो उन्होंने कहा के पार्टी किसान और आम लोगों की हितैषी है। इसको देखते हुए पार्टी ने गठजोड़ तोड़ने का फैसला लिया है यह बिल्कुल सही है। अकाली दल शहरी के प्रधान अमीर सिंह मक्कड़ ने कहा कि अब किसानों और आम लोगों को यह समझना होगा कि अकाली दल उनकी अपनी पार्टी है।

चुनाव में भाजपा को कोई नुकसान नहीं होगा : संदीप

इसके बारे में भाजपा जिला सचिव संदीप कुमार विटा से संपर्क किया तो उन्होंने कहा अकाली दल की अपनी समझ है। उन्होंने अपनी समझ के हिसाब से ही यह गठजोड़ तोड़ा है। जब उनसे पूछा गया कि पंजाब में जो भी चुनाव आते हैं उनका भाजपा पर कितना असर पड़ेगा तो उन्होंने कहा कि इसका भाजपा को कोई नुकसान नही होगा।

जो भी हुआ अच्छे के लिए हुआ: गुरविंदर सिंह

भाजपा के स्टेट एग्जीक्यूटिव मेंबर गुरविदर सिंह भगता से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि जो भी हुआ है वह अच्छे के लिए हुआ है। अगर गठजोड़ रहता तो भी अच्छा था अगर टूट गया तो भी अच्छा है। यह गठजोड़ बहुत लंबा समय चल गया और अकाली दल ने खुद इस को तोड़ा है भाजपा को गठजोड़ टूटने पर किसी भी चुनाव पर कोई असर नही होगा।

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