नशे के प्रमुख स्थलों की पहचान कर कार्रवाई की जाए : डीसी

डीसी अरविन्द पाल सिंह संधू ने नशा मुक्त अभियान के तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ मासिक बैठक की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि नशामुक्ति के प्रमुख स्थानों का पता लगाने के लिए कार्रवाई की जाए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 09:50 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 09:50 PM (IST)
नशे के प्रमुख स्थलों की पहचान कर कार्रवाई की जाए :  डीसी
नशे के प्रमुख स्थलों की पहचान कर कार्रवाई की जाए : डीसी

जासं,बठिडा : डीसी अरविन्द पाल सिंह संधू ने नशा मुक्त अभियान के तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ मासिक बैठक की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि नशामुक्ति के प्रमुख स्थानों का पता लगाने के लिए कार्रवाई की जाए। उन्होंने अधिकारियों को आपसी समन्वय और सहयोग से निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के भी निर्देश दिए।

डीसी अरविद पाल सिंह संधू ने जिले के सभी एसडीएम, पुलिस विभाग और एसएमओ को सभी गैर सरकारी संगठनों के साथ समन्वय स्थापित करने और उनके सहयोग से जिले के लोगों को नशीली दवाओं के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि विभिन्न गांवों में ग्राम पंचायत घरों के अलावा, सरकारी कार्यालयों, निगमों और सेवा केंद्रों को भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाई गई दवाओं के दुष्प्रभाव के खिलाफ वीडियो क्लिप दिखाना चाहिए। इस अवसर पर डीसी संधू ने पुलिस विभाग से नशीला पदार्थ बरामदगी और नशा करने वालों के खिलाफ मामले की जानकारी मांगी। उन्होंने कहा कि 29 नवंबर 2021 तक जिले में नशा करने वालों के खिलाफ कुल 436 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि विभाग द्वारा सितंबर 2021 माह में 32 सेमिनार का आयोजन किया जा चुका है। अक्टूबर माह में 25 एवं नवंबर माह में विभिन्न स्थानों पर 20 सेमीनार आयोजित किए गए। इस अवसर पर डीसी ने पुलिस विभाग को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि नशा करने वालों के खिलाफ की गई कार्रवाई के संबंध में हर महीने एक प्रगति रिपोर्ट जारी की जाए। बैठक के दौरान डीसी ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से कहा कि वह आम जनता को नशीली दवाओं की रोकथाम और इसके दुष्प्रभावों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी सुनिश्चित करें। नशा मुक्त भारत अभियान में अच्छा प्रदर्शन करने वाली एनजीओ का होगा सम्मान डीसी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूलों के स्वास्थ्य पर नशीली दवाओं के प्रतिकूल प्रभावों के बारे में वीडियो क्लिप दिखाने और अधिक से अधिक नुक्कड़ नाटक आयोजित करने का भी निर्देश दिया। राजनीतिक नेताओं, नगर निगमों, पंचायत सदस्यों, नशा करने वालों की पहचान करने के लिए सरपंचों, नंबरदारों, एएनएम, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय स्थापित करें ताकि उन्हें जल्द से जल्द नशामुक्ति केंद्रों पर भेजा जा सके। उन्होंने कहा कि नशा विरोधी जागरूकता साइकिल रैली भी आयोजित की जाए। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रत्येक एनजीओ को 26 जनवरी 2022 को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। नशामुक्ति अभियान में तेजी लाने के निर्देश

इस अवसर पर सचिव रेडक्रास और नेहरू युवा केंद्र को नशामुक्ति अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए, ताकि आम जनता को नशे की रोकथाम के लिए जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिले के सामाजिक सुरक्षा विभाग के सहयोग से जिले में गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांवों में बनाई गई नशा विरोधी वीडियो क्लिप दिखाई जानी चाहिए ताकि हर गांव में नशीली दवाओं के दुष्परिणाम देखे जा सकें। बैठक के दौरान संधू ने सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आइसीडीएस के अंतर्गत कार्यरत आंगनबाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के माध्यम से यदि उनके आंगनबाडी केन्द्रों के परिवारों में कोई नशा पाया जाता है तो नशा करने वाले यह सुनिश्चित करें कि उस व्यक्ति की जानकारी उन तक पहुंची है। एएनएम के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग को ताकि उस व्यक्ति के नशामुक्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जा सके।

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