मरीजों को छुंट्टी देकर सिविल अस्पताल के सर्जिकल वार्ड को बनाया कोविड वार्ड

पिछले 13 माह से बठिडा जिले में कोरोना की रफ्तार काफी तेजी से बढ़ी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 09:52 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 09:52 PM (IST)
मरीजों को छुंट्टी देकर सिविल अस्पताल के सर्जिकल वार्ड को बनाया कोविड वार्ड
मरीजों को छुंट्टी देकर सिविल अस्पताल के सर्जिकल वार्ड को बनाया कोविड वार्ड

जासं,बठिडा: पिछले 13 माह से बठिडा जिले में कोरोना की रफ्तार काफी तेजी से बढ़ी है। कोरोना की पहली लहर में अगस्त व सितंबर माह में कोरोना पूरे पीक पर था, लेकिन दूसरी लहर अप्रैल माह से कोरोना की पीक शुरू हो हुई, जोकि अभी तक जारी है। शुक्रवार को फिर से जहां 993 कोरोना संक्रमित मिले, वहीं 18 मरीजों की मौत हो गई। हालांकि, शुक्रवार को 688 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं, लेकिन कोरोना के बढ़ते केसों के चलते सेहत विभाग व जिला प्रशासन की चिता बढ़ती जा रही है।

लगातार बढ़ रहे मरीजों को देखते हुए शुक्रवार को सिविल अस्पताल में कोविड बेड बढ़ा गए है। सिविल अस्पताल की दूसरी मंजिल पर बने सर्जिकल वार्ड को भी कोविड वार्ड में तबदील कर दिया गया, जबकि वार्ड में दाखिल ज्यादातर मरीजों को छुट्टी देकर घर भेज दिया गया। लगातार बिगड़ते हालत को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि सेहत विभाग को आने वाले समय में जिले में बने अर्बन हेल्थ केयर सेंटरों को भी कोविड सेंटरों में तबदील करने की जरूरत पड़ेगी। चिंताजनक.. कुल कोरोना मरीजों में 35 फीसद नौजवान

इस बार कोरोना की चपेट में नौजवान पीढ़ी भी आई है। सेहत विभाग की मानें तो अब कुल कोरोना पाजिटिव केसों में 35 प्रतिशत नौजवान कोरोना संक्रमित हैं, जिनकी उम्र 18 से 30 साल के बीच है। कोरोना की पहली लहर में 10 से 15 फीसद नौजवान ही कोरोना संक्रमित हुए थे, लेकिन इस बार कोरोना के कारण दम तोड़ने वाले में भी नौजवान शामिल हैं। अप्रैल से लेकर मई माह तक 18 दिन के नौजवान से लेकर 30 साल तक उम्र वाले एक दर्जन से ज्यादा मरीज दम तोड़ चुके हैं। ऐसे में अभी संभलने की जरूरत है।

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