जिले में 78 हजार लोग दूसरी डोज के इंतजार में, स्टाक खत्म

कोरोना महामारी को हराकर उस पर जीत हासिल करने के लिए आज से ठीक चार पहले यानि 16 जनवरी को देशभर कोरोना वैक्सीनेशन का टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 09:59 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 09:59 PM (IST)
जिले में 78 हजार लोग दूसरी डोज के इंतजार में, स्टाक खत्म
जिले में 78 हजार लोग दूसरी डोज के इंतजार में, स्टाक खत्म

नितिन सिगला,बठिडा

कोरोना महामारी को हराकर उस पर जीत हासिल करने के लिए आज से ठीक चार पहले यानि 16 जनवरी को देशभर कोरोना वैक्सीनेशन का टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था। शुरु-शुरू में आई कठिनाइयों को दूर करते हुए अब लोग वैक्सीनेशन के लिए आगे आने लगे हैं तो वैक्सीन का स्टाक न होने के कारण टीकाकरण अभियान बंद कर दिया गया है। दूसरी डोज के लिए तो पहले ही इन्कार किया जा रहा था, लेकिन अब पहली डोज के लिए आने वालों को भी लौटाया जा रहा है। सोमवार को दूसरे दिन भी केवल 18 से 44 साल के श्रमिकों या फिर विभिन्न बीमारियों से पीड़ित लोगों को ही वैक्सीन लगाई गई, जबकि 45 और 60 साल से ऊपर किसी भी व्यक्ति को न तो पहली डोज और न ही दूसरी डोज का टीका लगाया गया। लोग सोमवार को भी टीका लगवाने के लिए सिविल अस्पताल के जीएनएम स्कूल में बनाए टीकाकरण सेंटर पर पहुंचते रहे, लेकिन वैक्सीन नहीं होने के कारण निराश होकर लौटते रहे।

विभिन्न चरणों में शुरू किए इस अभियान के शुरूआती दिनों में सेहत विभाग को टीकाकरण करने को लेकर काफी परेशानियां व दिक्कतों का सामान करना पड़ा। लोगों में टीके को लेकर जागरूकता की कमी होने के कारण ज्यादातर लोग आगे नहीं आ रहे थे, जिसके बाद डाक्टरों ने सबसे पहले वैक्सीन लगवाकर लोगों को जागरूक किया। बताया कि यह वैक्सीन हमारे लिए पूरी तरह से सेफ है। धीरे-धीरे लोगों में जागरूकता आई और वह वैक्सीनेशन लगवाने के लिए आगे आने लगे। सबसे ज्यादा दिलचस्पी 45 से 59 साल के लोगों ने दिखाई। 16 जनवरी से 16 मई तक बठिडा जिले में 1 लाख 32 हजार 609 लोगों ने कोरोना वैक्सीन लगवा ली। इनमें से 27 हजार 258 लोगों को दूसरी डोज भी लग चुकी है।

सेहत विभाग के अनुसार वैक्सीन नहीं होने के कारण रविवार को केवल 725 श्रमिकों को ही टीका लगाया गया, जबकि एक भी हेल्थ व फ्रंट लाइन वर्कर को टीकाकरण नहीं किया गया। इसी तरह 45 से ऊपर 65, तो 60 से ऊपर 72 लोगों को ही टीका लगाया जा सका। सेहत विभाग का कहना है कि दो या तीन दिन में वैक्सीन आने की उम्मीद है, उसके बाद ही टीकाकरण शुरू हो सकेगा।

सरकारी अस्पतालों में सबसे ज्यादा 85,508 लोगों का हुआ टीकाकरण

सेहत विभाग के रिकार्ड अनुसार सरकारी इंस्टीट्यूट में 85 हजार 508 लोगों को पहली और 21275 लोगों को दूसरी डोज लगी है, जबकि प्राइवेट इंस्टीट्यूट में 19843 को पहली और 5983 को दूसरी डोज लगी है। इसके अनुसार 78 हजार 93 यानि 74.12 फीसदी लोगों को दूसरी डोज लगनी अभी बाकी है। यह डोज लगाने के लिए केंद्र सरकार से मिलने वाली वैक्सीन पिछले कुछ दिन से सेहत विभाग को नहीं मिल रही है, जिसके कारण सेहत विभाग ने दूसरी डोज के टीके 15 जून के बाद ही लगाने का फैसला लिया है, लेकिन हालात ये हैं कि सेहत विभाग के पास पहली डोज के टीके लगाने के लिए भी स्टाक नहीं है। अब टीकाकरण अभियान बंद हो गया है।

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