बठिंडा में डीएवी के प्रिंसिपल समेत 19 की कोरोना से मौत, 1027 नए केस मिले

कोरोना महामारी भयानक रूप धारण करती जा रही है। शुक्रवार को पहली बार अब तक सबसे ज्यादा 1027 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 10:47 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 11:45 PM (IST)
बठिंडा में डीएवी के प्रिंसिपल समेत 19 की कोरोना से मौत, 1027 नए केस मिले
बठिंडा में डीएवी के प्रिंसिपल समेत 19 की कोरोना से मौत, 1027 नए केस मिले

नितिन सिगला, बठिडा : कोरोना महामारी भयानक रूप धारण करती जा रही है। शुक्रवार को पहली बार अब तक सबसे ज्यादा 1027 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, जबकि 19 मरीजों की मौत हो गई। पिछले डेढ़ साल में यह पहली बार हुआ, जब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या एक हजार के ऊपर पहुंची हो। इनमें ज्यादातर बठिडा शहर के रहने वाले हैं, जबकि मृतकों में सबसे ज्यादा संख्या शहरियों की है। शुक्रवार को जिन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है, उसमें ज्यादातर मरीज सिविल अस्पताल बठिडा में दाखिल थे। सबसे चिता वाली बात यह है कि पूरे अप्रैल माह मिले 10028 हजार कोरोना संक्रमित मरीजों के मुकाबले 55 फीसद मरीज 5258 कोरोना मरीज मई माह के पहले सात दिन में मिले चुके हैं, जबकि अप्रैल माह कुल 103 लोगों की मौत हुई थी, जबकि मई के पहले सप्ताह में 114 मरीजों की मौत हो गई है। जोकि बठिडा के लोगों की तरफ से बरती जा रही लापरवाही का सबूत दिखा रही है। मरने वालों की संख्या 467 तक पहुंच गई है। वहीं पाजिटिव केसों की संख्या 25888 पर पहुंच गई, इसमें से 19219 रिकवर हो चुके हैं। जबकि जिले में एक्टिव केसों की संख्या 6202 पर पहुंच गई, जिसमें 5072 होम आइसोलेट है, जबकि 1033 मरीज अनट्रेस हैं। आक्सीजन लेवल 92/94 से कम होने पर मिलता है रेमडेसिविर इंजेक्शन का फायदा

बठिडा के प्राइम केयर अस्पताल के एमडी व सिविल अस्पताल बठिडा के पूर्व डा. परमिदर बांसल ने कहा कि पहली बात रेमडेसिविर इंजेक्शन कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए कोई रामबाण नहीं है। इससे कोरोना ठीक नहीं होता है। यह इंजेक्शन केवल कोरोना वायरस लड़ने की शक्ति का काम करता है, लेकिन यह तब ही फायदेमंद होता है, जब इसे कोरोना की दूसरी स्टेज के दौरान मरीज का आक्सीजन लेवल 92/94 से कम हो जाए, तो मरीज को दिया जा सके। डा. बांसल ने बताया कि अगर किसी पाजिटिव मरीज को कोरोना होने के पहले सात दिन के भीतर यह इंजेक्शन दिया जाता है, तो यह फायदा पहुंचाता है, चूंकि पहले सात दिनों में वायरस पनप रहा होता है और इस इंजेक्शन के देने के बाद वह इसे लड़ने का काम करता है, लेकिन दस दिन के बाद अगर यह इंजेक्शन दिया जाता है, तो इसका कोई फायदा नहीं होता है।

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मई माह का कोरोना ग्राफ

तारीख पाजिटिव ठीक मौतें

1 653 269 15

2 585 477 18

3 623 585 13

4 806 660 20

5 691 655 20

6 858 645 9

7 1042 401 19

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घर पर कोरोना पाजिटिव महिला की मौत

बठिडा के गांव बाजक निवासी 81 वर्षीय कोरोना पाजिटिव महिला गुरदयाल कौर की मौत हो गई। वह घर पर एकांतवास थी। इसी तरह दिल्ली हार्ट अस्पताल में दाखिल कोरोना संदिग्ध हजूरा-कपूरा निवासी महिला अमरजीत कौर की मौत हो गई। दोनों शवों का समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी के वालंटियर अशोक निर्मल, अंकित, राकेश जिदल भूषण बांसल, कमल वर्मा, मोनू शर्मा ने अंतिम संस्कार किया।

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