गुरुद्वारा श्री हजूर साहिब के लिए एकत्रित गेहूं रखने को लेकर गांव निवासी व गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में विवाद

जिले के गांव हंडिआया में मंगलवार को उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब गुरुद्वारा पातशाही नौवीं हंडिआया में गांव निवासियों द्वारा श्री हजूर साहिब में लंगर के लिए एकत्रित गेहूं रखने पर गुरुघर के प्रबंधक व गांव निवासी आमने-सामने हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 07:02 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 07:02 PM (IST)
गुरुद्वारा श्री हजूर साहिब के लिए एकत्रित गेहूं रखने को लेकर गांव निवासी व गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में विवाद
गुरुद्वारा श्री हजूर साहिब के लिए एकत्रित गेहूं रखने को लेकर गांव निवासी व गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में विवाद

संवाद सूत्र, हंडिआया (बरनाला)

जिले के गांव हंडिआया में मंगलवार को उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब गुरुद्वारा पातशाही नौवीं हंडिआया में गांव निवासियों द्वारा श्री हजूर साहिब में लंगर के लिए एकत्रित गेहूं रखने पर गुरुघर के प्रबंधक व गांव निवासी आमने-सामने हो गए। माहौल को शांत करने के बरनाला पुलिस पहुंच गई और मामले को शांत करवाया।

गुरुद्वारा श्री हजूर साहिब भेजने के लिए गांववासियों द्वारा एकत्रित किया गेहूं गुरुघर के कमरों में हर बार की तरह इस बार भी स्टोर किया था। प्रबंधकों ने इस गेहूं में से पहले 50 क्विटल खुद रखने का फैसला किया। गांववासियों ने विरोध किया तो उन्होंने 50 की जगह 20 क्विटल गेहूं देने को कहा। गांववासियों ने मैनेजर व एसजीपीसी मेंबर परमजीत सिंह खालसा के खिलाफ भड़ास निकाली।

गुरमीत सिंह मीता ने बताया कि वह पिछले 11 वर्षों से आसपास की संगत से गेहूं एकत्रित करके श्री ह•ाूर साहिब में लंगर के लिए भेजते आ रहे हैं। ह•ाूर साहिब भेजने से पहले एकत्रित गेहूं को हंडिआया के गुरुद्वारा साहिब में रखते हैं। इस बार गुरुद्वारा साहिब के मैनेजर अमनदीप सिंह व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य जत्थेदार परमजीत सिंह खालसा ने गांव से एकत्रित की 700 के करीब गेहूं की बोरियां गुरुद्वारा साहिब में रखने के बदले 50 क्विटल व ऐतराज करने पर 20 क्विटल गेहूं की पर्ची कटवाने की मांग की।

नगर कौंसिल के मौजूदा प्रधान गुरजीत सिंह रामनवासिया सहित गांव निवासी लाभ सिंह, दर्शन सिंह, राज सिह, मिट्ठू नंबरदार, सुरजीत सिंह, रिकू सिद्धू, फौजा सिंह, रिकू नंबरदार ने कहा कि गुरुघरों के लंगर के लिए गांव में एकत्रित की करीब 700 बोरियां गेहूं यदि गुरुघरों में रखने पर 50 क्विटल गेहूं देनी पड़ेगी तो इसका दूसरे गुरुघरों पर क्या असर पड़ेगा

---------- गुरुघरों में कोई चीज रखी व उठाई नहीं जा सकती : मैनेजर

- गुरुघर के मैनेजर अमनदीप सिंह ने कहा कि गुरुघर में कुछ भी रखने व उठाने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य या सचिव से मंजूरी लेनी पड़ती है। गांव वासियों को कहा गया था। मंजूरी न लेने पर जहां गेहूं रखने से रोक लगाई गई है, वहीं विगत वर्ष भी गुरुघर के लंगर के लिए गेहूं निकाली गई थी, बेचने के लिए नहीं। ------------------- कुछ लोग कर रहे राजनीति : खालसा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य जत्थेदार परमजीत सिंह खालसा ने सभी आरोपों को नकारते कहा कि कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं। गुरुघर में गेहूं रखने संबंधी मैनेजर से संपर्क करके सचिव से मंजूरी लेकर रखी जा सकती है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अधीन आते गुरुघरों में कोई भी चीज रिकार्ड के बिना नहीं रखी जा सकती। करीब 20 वर्ष से वह खुद भी श्री ह•ाूर साहिब के लिए गेहूं व अन्य राशन एकत्रित करते रहे हैं। 100 बोरियों से अधिक गेहूं उन्होंने श्री हरमंदिर साहिब में भेजी थी, कितु कुछ लोग राजनीति से प्रेरित होकर गुरुघर के प्रबंधकों पर आरोप लगा रहे हैं।

chat bot
आपका साथी