मुआवजा मिला, किसान संगठनों ने हटाया धरना
जिला प्रशासन ने खुदकुशी करने वाले गांव जैमलसिंहवाला के 25 वर्षीय युवा किसान सतवंत सिंह के वारिसों को सोमवार को पांच लाख रुपये मुआवजा का चेक सौंपा।
जागरण संवाददाता, बरनाला
जिला प्रशासन ने खुदकुशी करने वाले गांव जैमलसिंहवाला के 25 वर्षीय युवा किसान सतवंत सिंह के वारिसों को सोमवार को पांच लाख रुपये मुआवजा का चेक सौंपा। मुआवजा मिलने के बाद किसान संगठनों की ओर से जारी धरना समाप्त कर दिया गया।
गौरतलब है कि युवा किसान दिल्ली संघर्ष से लौटा था व किसानों की हालत से आहत होकर 25 फरवरी की देर रात अपने घर में पंखे से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी। युवा किसान की मौत के बाद विभिन्न किसान संगठनों ने किसान सतवंत सिंह का शव सिविल अस्पताल बरनाला के मोर्चरी में ही रखवा दिया था व मुआवजा व अन्य मांगों के पूरा होने तक पोस्टमार्टम नहीं होने देने की चेतावनी दी थी। सिविल अस्पताल की मोर्चरी के बाहर लगातार धरना जारी था।
गांव जैमल सिंह वाला के सरपंच सुखदीप सिंह ने बताया कि मृतक सतवंत सिंह पुत्र गुरचरण सिंह निवासी जैमलसिंहवाला का परिवार दो कनाल जमीन पर खेती करता था। किसान परिवार भाकियू सिद्धपूर से जुड़ा है व किसान संघर्ष में आगे रहा है। सतवंत सिंह पिछले पांच महीने से केंद्र सरकार के खिलाफ संघर्ष में शामिल रहा है व दिल्ली भाकियू सिद्धपूर के साथ मोर्चा पर शामिल रहा है। विभिन्न किसान यूनियन द्वारा 26 फरवरी को ही मृतक किसान सतवंत सिंह के परिवार को सरकारी नौकरी, कर्ज माफी व मुआवजा की मांग को रखकर सिविल अस्पताल की मोर्चरी के समक्ष रोष धरना लगाया गया था। चार दिन के धरने के बाद एक मार्च को जिला प्रशासन की ओर से सोमवार शाम चार बजे तहसीलदार बरनाला हरबंस सिंह द्वारा मृतक परिवार व किसान संगठनों के नेताओं को पांच लाख रुपये का मुआवजा का चेक दिया गया। इसके बाद किसान संगठनों ने रोष धरना समाप्त कर दिया।