संयुक्त किसान मोर्चा ने सफाई सेवकों को दिया समर्थन
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीन खेती कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने का नया कानून बनाने की मांग को लेकर स्थानीय रेलवे स्टेशन के बाहर पार्किंग स्थल में लगाया पक्का मोर्चा सोमवार को 243वें दिन भी जारी रहा।
संवाद सहयोगी, बरनाला
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीन खेती कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने का नया कानून बनाने की मांग को लेकर स्थानीय रेलवे स्टेशन के बाहर पार्किंग स्थल में लगाया पक्का मोर्चा सोमवार को 243वें दिन भी जारी रहा।
सोमवार को वक्ताओं ने धरनाकारियों को अधिक से अधिक गिनती में दिल्ली की तरफ कूच करने की अपील की। संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा विगत कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे सफाई सेवकों का समर्थन करते हुए सफाई सेवकों द्वारा शहर में किए अर्थी फूंक मुजाहिरे का समर्थन किया। किसान नेताओं ने सफाई सेवकों को हर तरह का सहयोग देने का विश्वास दिलाया।
धरने को संबोधित करते बलवंत सिंह उप्पली, करनैल सिंह गांधी, गुरमेल शर्मा, गुरनाम सिंह ठीकरीवाला, जसपाल कौर अमरगढ़, अमरजीत कौर, बाबू सिंह खुड्डी कलां, मेला सिंह, मनजीत राज, गुरदेव सिंह मांगेवाल, नेकदर्शन सिंह, धर्मपाल कौर, जसवीर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री केवल खुद के मन की बात करता है, जनता की आवाज नहीं सुनता। रविवार को अपने मासिक प्रोग्राम मन की बात में मोदी ने किसानों की मांगों संबंधी कुछ नहीं कहा। कहने को 23 फसलों की एमएसपी जारी की जाती है कितु खरीद मुख्य तौर पर केवल दो फसलों की ही की होती है। यह खरीद भी केवल कुछ राज्यों में ही की जाती है। इस सरकारी खरीद की भी कोई कानूनी गारंटी नहीं है। किसानों की यह बेहद वाजिब मांग है कि एमएसपी गारंटी वाला कानून बनाया जाए ताकि देश में इन सभी 23 फसलों की सरकारी खरीद हो सके। कामरेड सुरजीत सिंह रामगढ़ ने इंकलाबी गीत पेश किए।