सत्संग में आकर ही प्राप्त होगा आनंद : हरि जोगी

गीता भवन में ओमसत सनातन गीता भवन ट्रस्ट की तरफ से दो शाम ठाकुर के नाम का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 03:46 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 03:46 PM (IST)
सत्संग में आकर ही प्राप्त होगा आनंद : हरि जोगी
सत्संग में आकर ही प्राप्त होगा आनंद : हरि जोगी

संवाद सूत्र, बरनाला

गीता भवन में ओमसत सनातन गीता भवन ट्रस्ट की तरफ से दो शाम ठाकुर के नाम का आयोजन किया गया। दूसरे दिन प्रवचन करते संत हरि जोगी महाराज ने कहा कि मनुष्य का सबसे प्रमुख लक्ष्य है आनंद की प्राप्ति। आनंद की प्राप्ति संतों की सत्संग में आकर ही प्राप्त हो सकती है। ज्ञान के तीन प्रकार होते हैं ब्रह्म, जीव व माया। हमें बस यही ज्ञान प्राप्त करना है। ब्रह्म ही वास्तविक आनंद है। कहने के तात्पर्य है कि ब्रह्म ही ऐसा आनंद है जो नित्य है। गीता भवन के अध्यक्ष वसंत गोयल, महासचिव राजिदर गार्गी, कोषाध्यक्ष मुकेश कुमार, अशोक कुमार गोयल, वेद प्रकाश, संजय चुघ, रमेश गर्ग, पवन कुमार, राकेश कुमार, बिदर कुमार, गोपाल कृष्ण, विनोद शर्मा, कौशलपति आदि उपस्थित थे ।

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