आज किसान मनाएंगे 'खेती बचाओ-लोकतंत्र बचाओ' दिवस
संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा तीनों कृषि सुधार कानूनों को रद करवाने के लिए धरना जारी।
संवाद सहयोगी, बरनाला :
संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा तीनों कृषि सुधार कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने के लिए रेलवे स्टेशन पर लगाया धरना शुक्रवार को 268वें दिन में प्रवेश कर गया। बाबा बंदा सिंह बहादुर के शहीदी दिवस पर धरने दौरान उन्हें याद किया गया। आज ही के दिन छठे गुरु श्री गुरु हरगोबिद सिंह जी का प्रकाश हुआ।
धरने में उनके जीवन से प्रेरणा लेने का अहद करते हुए उन्हें याद किया गया। धरने को संबोधित करते बलवंत सिंह उप्पली, करनैल सिंह गांधी, पवित्र सिंह लाली, नारायण दत्त, नछतर सिंह सहौर, नेकदर्शन सिंह, बाबू सिंह, गुरनाम सिंह, गोरा सिंह, पंजाब सिंह, हरचरण सिंह, काका सिंह, बलजीत सिंह ने कहा कि किसानों को दिल्ली के बार्डरों पर बैठे 26 जून को सात माह पूरे हो जाएंगे।
इन सात माह दौरान हर तरह की कुदरती मार को किसानों ने झेला है। 500 के करीब किसान शहीद हो चुके हैं कितु सरकार अपना अड़ियल रवैया अपनाए हुए है। इसी तरह की तानाशाही 26 जन 1975 में देखने को मिली थी जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंद्रा गांधी ने इमरजेंसी का एलान करके नागरिकों के सभी प्राथमिक अधिकार छीन लिए थे। अब भी इमरजैंसी के हालात बने हुए हैं फर्क बस इतना है कि इसका एलान नहीं हुआ है। काले कानूनों को रद करवाने के लिए 26 जून को किसान समूह मोर्चों में खेती बचाओ-लोकतंत्र बचाओ दिवस मनाकर खेती व लोकतंत्र को बचाने का अहद लेंगे। जुगराज सिंह ठुल्लीवाल व नरिदरपाल सिगला ने गीत पेश कर लोगों का हौसला बढ़ाया।