गांव हंडिआया के प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर में नहीं एक भी डाक्टर

पंजाब सरकार व सेहत विभाग का दावा है कि लोगों को सिविल अस्पतालों व अन्य सेहत केंद्रों पर किसी भी प्रकार की परेशानी पेश नहीं आ रही।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 03:20 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 03:20 PM (IST)
गांव हंडिआया के प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर में नहीं एक भी डाक्टर
गांव हंडिआया के प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर में नहीं एक भी डाक्टर

करण बावा, हंडिआया (बरनाला) : पंजाब सरकार व सेहत विभाग का दावा है कि लोगों को सिविल अस्पतालों व अन्य सेहत केंद्रों पर किसी भी प्रकार की परेशानी पेश नहीं आ रही। दूसरी ओर जिले के गांव हंडिआया में बने प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर में एक भी डाक्टर तैनात नहीं हैं। 15 हजार की आबादी वाले इस गांव के लोगों को या तो बरनाला या फिर तपा अस्पताल जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। बता दें कि बिना डाक्टर के प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर खुद अपनी सांसें तोड़ने की कगार पर है। हेल्थ केयर की बिल्डिग दयनीय बन चुकी है। लोगों के मन में सिर्फ एक ही सवाल है कि लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं देने वाली सरकार व सेहत विभाग का ध्यान न जाने कब इस हेल्थ सेंटर पर पड़ेगा। लोगों के इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। सीएचओ मनप्रीत कौर ही इस दयनीय हेल्थ केयर सेंटर में बैठती हैं, जो सप्ताह के मंगलवार व शुक्रवार को नहीं आती क्योंकि उन्होंने बरनाला में भी अपनी ड्यूटी देनी होती है।

सिविल सर्जन डाक्टर हरिदरजीत सिंह गर्ग ने कहा कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही चार्ज संभाला है। वह लोगों की उक्त समस्या को जल्द से जल्द हल करवाएंगे।

तीन माह पहले सिविल सर्जन डाक्टर गुरिदरबीर सिंह ने भी हंडिआया प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर का दौरा किया था। उस समय उन्होंने खस्ताहाल हो चुकी बिल्डिग की हालत सुधारने की बात कही थी। लेकिन उनके तबादले के बाद फिर से हेल्थ केयर की बिल्डिग को अपनी हालत पर आंसू बहाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

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