किसानों का संघर्ष 197वें दिन भी जारी, वारें गाकर जोश भरा
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीन कृषि विरोधी कानून रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने का नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन के नजदीक दिया धरना बुधवार को 197वें दिन में प्रवेश कर गया।
संवाद सहयोगी, बरनाला
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीन कृषि विरोधी कानून रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने का नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन के नजदीक दिया धरना बुधवार को 197वें दिन में प्रवेश कर गया। धरने को संबोधित करते बलवंत सिंह उप्पली, उजागर सिंह, मोहन सिंह, गुरचरण सिंह, हरचरण सिंह, बाबू सिंह, जुगराज धौला, गुरनाम सिंह, नछतर सिंह, मनजीत राज, गुरविदर सिंह, अमरजीत कौर ने कहा कि सरकार को यह भ्रम था कि फसल कटाई के सीजन में किसान आंदोलन ठंडा पड़ जाएगा व किसान थक-हार कर वापस चले जाएंगे। विगत दिनों संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर लोगों का जो समर्थन मिला है, उससे सरकार को स्पष्ट हो जाना चाहिए कि किसान अपनी मांगें पूरी करवाए बिना घर वापस नहीं जाएंगे। किसान इतने रुझान के बाद भी आंदोलन को ठंडा नहीं पड़ने दे रहे, जिससे उनके इरादों की ²ढ़ता का एहसास किया जा सकता है।
किसान नेताओं ने कहा कि जो किसान दिल्ली धरने में गए हुए हैं, उनकी फसल की कटाई व संभाल दूसरे किसान करेंगे। किसी भी किसान का कोई नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। बड़े-बड़े दावे करने के बावजदू सरकार फसल की खरीद के पुख्ता प्रबंध नहीं कर सकी। किसान मंडियों में परेशान हो रहे हैं कितु किसान इससे घबराने वाले नहीं। वह अपनी फसल भी बेचेंगे व आंदोलन भी जारी रखेंगे। जुगराज सिंह ठुल्लीवाल के कविश्री जत्थे ने वारें गाकर पंडाल में जोश भरा।