किसान आंदोलन नहीं थमेगा, केंद्र की हर चाल का देंगे जवाब
केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीन कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर विभिन्न किसान संगठनों द्वारा रेलवे स्टेशन बरनाला के बाहर पार्किंग स्थल के समक्ष लगाया धरना मंगलवार को 216वें दिन में प्रवेश कर गया।
संवाद सहयोगी, बरनाला
केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीन कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर विभिन्न किसान संगठनों द्वारा रेलवे स्टेशन बरनाला के बाहर पार्किंग स्थल के समक्ष लगाया धरना मंगलवार को 216वें दिन में प्रवेश कर गया। किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की। इसी प्रकार टोल प्लाजा महलकलां व टोल प्लाजा बडबर व भाजपा के जिला प्रधान यादविदर शैंटी के ग्रह निवास के बाहर भी मंगलवार को रोष धरना जारी रहा।
किसान नेता करनैल सिंह गांधी, गुरनाम सिंह ठीकरीवाला, नछतर सिंह साहौर, चरणजीत कौर, गोरा सिंह, बाबू सिंह, हरचरण सिंह, मेला कट्टू, माहन सिंह, बलवीर कौर, बलजीत सिंह, यादविदर सिंह, अमरजीत कौर ने कहा कि गेहूं की सरकारी खरीद बंद करके सरकार किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है। मांग की कि गेहूं की खरीद मई माह के अंत तक जारी रखी जाए। वक्ताओं ने कहा कि लाकडाउन के बहाने किसान आंदोलन को खत्म करने की सरकार की चाल का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। कानून रद होने तक वह धरने पर डटे रहेंगे। अजमेर अकलिया व बहादुर सिंहकाला धनौला ने गीत पेश किए।