शिक्षकों के पद समाप्त करने के खिलाफ प्रदर्शन
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत सरकारी स्कूलों में शिक्षण और गैर-शिक्षण पदों को लगातार कम किया जा रहा है जो शिक्षा के निजीकरण केंद्रीकरण और व्यावसायीकरण को प्रोत्साहित करता है जिसको वेब पोर्टल पर पर भी नहीं दिखाया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, बरनाला
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत सरकारी स्कूलों में शिक्षण और गैर-शिक्षण पदों को लगातार कम किया जा रहा है, जो शिक्षा के निजीकरण, केंद्रीकरण और व्यावसायीकरण को प्रोत्साहित करता है जिसको वेब पोर्टल पर पर भी नहीं दिखाया जा रहा है। मिडिल स्कूलों में 228 पदों को स्थानांतरित कर दिया गया है। प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षकों के 1904 पद समाप्त कर दिए गए हैं। इसके रोष स्वरूप सांझा अध्यापक मोर्चा के अध्यापकों ने चिटू पार्क में एकत्रित हुए व बैठक की। शहर के कच्चा कालेज रोड समेत विभिन्न बाजारों से भगत सिंह चौक में सरकार का पुतला जलाकर रोष प्रदर्शन किया गया।
शिक्षक नेताओं राजीव बरनाला, कुशाल सांघी, जसवीर बीहला द्वारा बनाई गई सभी पदों को स्थानांतरण प्रक्रिया के पोर्टल पर दिखाना, मध्य विद्यालयों के पदों को कलस्टर स्कूलों के बजाय मध्य विद्यालयों में प्रदर्शित करना है। पीटीआइ के सभी पदों को बहाल करना, प्रत्येक कैडर के प्रमोशन को बढ़ावा देने के लिए प्राइमरी में 3 पीटीआइ के पदों को भरने के बजाय प्राइमरी में अलग-अलग पीटीआइ के पदों को भरना, 5-3-2019 को कैबिनेट सब-कमेटी के साथ हुए समझौते के अनुसार शिक्षकों के संघर्ष के दौरान सभी पीड़ितों, पंजीकृत पुलिस मामले रद करने और रेगुलर पत्रों को जारी करने की चेतावनी दी है। गुरमेल भुटल, तजिदर तेजी, करमजीत भठ्ठला, मालविदर सिंह, बेरोजगार बीएड के प्रदेश अध्यक्ष राजिदर मुलोवाल, बलदेव धौला, विजय कुमार, सुरिदर तपा, करतार सिंह, जतिदर ज्योति, लखवीर ठुलीवाल, अवतार सिंह, सुखप्रीत, सुखप्रीत बारी, अमनदीप सिंह, जगजीत कौर ढिल्लों, रूपिदर कौर, सुखपाल कौर आदि उपस्थित थे।