बच्चों को यातायात नियमों का पाठ पढ़ाया

मदर टीचर इंटरनेशनल स्कूल हंडिआया में बच्चों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए शिक्षण संस्थान के प्रिसिपल व कोआर्डिनेटर कुलविदर कौर के नेतृत्व में यातायात नियमों की जानकारी दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 04:26 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 04:26 PM (IST)
बच्चों को यातायात नियमों का पाठ पढ़ाया
बच्चों को यातायात नियमों का पाठ पढ़ाया

संवाद सूत्र, बरनाला

मदर टीचर इंटरनेशनल स्कूल हंडिआया में बच्चों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए शिक्षण संस्थान के प्रिसिपल व कोआर्डिनेटर कुलविदर कौर के नेतृत्व में यातायात नियमों की जानकारी दी गई। नर्सरी, जूनियर केजी व सीनियर केजी के बच्चों ने भाग लिय। कोआर्डिनेटर कुलविदर कौर ने कहा कि यातायात नियमों की सभी को पालना करनी चाहिए। उन्होंने दोपहिया वाहन चलाते समय हेल्मेट का उपयोग करने, ट्रिपल सवारी न करने, निर्धारित गति में वाहन चलाने के लिए प्रेरित किया। प्रिसिपल ने बच्चों से कहा कि बिना लाइसेंस के गाड़ी न ही चलाए व न चलाने दें।

---------------------- बीवीएम स्कूल में बच्चों को सार्वजनिक बोलने के तरीकों पर वर्कशाप करवाई

संवाद सूत्र, बरनाला

स्थानीय बीवीएम इंटरनेशनल स्कूल में सातवीं कक्षा से दसवीं कक्षा तक के बच्चों को बोलने के तरीकों संबंधी वर्कशाप करवाई गई। इस वर्कशाप का उद्देश्य बच्चों में आत्म विश्वास भरना था ताकि वह निडर होकर अपने विचार दूसरों के समक्ष रख सकें। स्कूल प्रिसिपल ने मंच संचालन करते हुए सभी बच्चों को आत्मविश्वास से अपने विचार पेश करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अच्छा वक्ता होना चाहिए। सार्वजनिक बोलना एक कला है व हर व्यक्ति के जीवन में यह कला महत्वपूर्ण स्थान रखती है। सार्वजनिक बोलने वाले लोग अकसर एक महान नेता बन जाते हैं। वह जानते हैं कि जनता को कैसे प्रभावित व प्रेरित किया जाए। कई बच्चों को सब कुछ आता है कितु आत्मबल की कमी के कारण वह अपने विचार व्यक्त नहीं कर पाते। वह किसी भी गतिविधि में भाग लेने से डरते हैं। यदि छात्रों को जीवन में आगे बढ़ना है तो उन्हें सार्वजनिक बोलने की तकनीक का ज्ञान जरूर लेना चाहिए। बच्चों को कुछ सुझाव व युक्तियों से भी समझाने की कोशिश की गई, जिसे बच्चों ने ध्यानपूर्वक सुना।

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