सूर्यवंशी खत्री सभा ने बैसाखी का त्योहार मनाया

सूर्यवंशी खत्री सभा व प्रोग्रेसिव सीनियर सिटीजन सोसायटी द्वारा संयुक्त तौर पर नया विक्रमी संवत-2078 व बैसाखी का पर्व सरपरस्त नीरज बाला दानिया की अगुआई में मनाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 03:47 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 03:47 PM (IST)
सूर्यवंशी खत्री सभा ने बैसाखी का त्योहार मनाया
सूर्यवंशी खत्री सभा ने बैसाखी का त्योहार मनाया

संवाद सहयोगी, बरनाला

सूर्यवंशी खत्री सभा व प्रोग्रेसिव सीनियर सिटीजन सोसायटी द्वारा संयुक्त तौर पर नया विक्रमी संवत-2078 व बैसाखी का पर्व सरपरस्त नीरज बाला दानिया की अगुआई में मनाया गया।

सुखविदर सिंह भंडारी व राजेश भुटानी ने कहा कि महाराजा विक्रमादित्य ने ईसा से 57 वर्ष पहले विशाल साम्राज्य कायम करके विक्रमी संवत शुरू किया। भगवान श्रीकृष्ण व युधिष्ठिर का राजतिलक भी इसी दिन हुआ था। आर्य समाज की स्थापना भी इसी दिन हुई व डा. हेडगेवार का जन्म दिन भी इसी दिन हुआ। नीरज बाला दानिया ने बताया कि श्री गुरु गोबिद सिंह जी ने बैसाखी वाले दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी। उन्होंने अमृतसर के जलियांवाला बाग के शहीदों को भी याद किया। इस उपरांत विभिन्न गुरुद्वारों में माथा टेका। बैठक में फैसला लिया गया कि 17 अप्रैल को बरनाला पहुंच रही भगवा चेतना रथयात्रा का पक्का कालेज रोड खत्रियां वाली गली नजदीक शानदार स्वागत किया जाएगा। सभी को प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर मनदीप वालिया, बबीता जिदल, तारा चंद चोपड़ा, तेजिदर सिंह, हरदीप कौर, प्रवीण भंडारी, सुदेश रानी, सतिदर कौर, सरिता दानिया, डा. प्रम कुमार, नवदीप सिंह, केवल कृष्ण गर्ग, कर्मजीत सिंह, अश्वनी शर्मा, मनोज वालिया, बलजीत सिंह, प्रो. मनदीप घई, राजवंत कौर मान आदि उपस्थित थे।

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