45 डिग्री तापमान में सड़क पर किसानों ने दिखई गर्मी
राज्य सरकार की तरफ से 13 जून को धान की बिजाई को लेकर बनाई गई पॉलिसी से नाराज किसानों के सात संगठनों ने शुक्रवार को सुबह 11 बजे जिला प्रबंधकीय परिसर में सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर धरना लगाकर राज्य सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, बरनाला : राज्य सरकार की तरफ से 13 जून को धान की बिजाई को लेकर बनाई गई पॉलिसी से नाराज किसानों के सात संगठनों ने शुक्रवार को सुबह 11 बजे जिला प्रबंधकीय परिसर में सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर धरना लगाकर राज्य सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया।
धरना प्रदर्शन दौरान किसानों ने अपना रोष जाहिर करते हुए कहा कि विगत वर्ष भी धान की बिजाई 20 जून को की गई थी, जिससे पहले उन्हे मंहगी लेबर की मदद से बिजाई करनी पड़ी, बिजाई के बाद अगर फसल पकी तो उसमें एक माह की देरी के कारण कटाई भी देरी से करनी पड़ी, जिसके कारण फसल में नमी की मात्रा बढ़ने लगी, तो वहीं नवंबर में हुई बारिश के कारण उन्हे अपनी फसल को बेचने में परेशानियों को सामना करना पड़ा, क्योकि नमी के कारण खरीद एजेंसियों ने फसल की खरीद ना की। इन यूनियनों के किया प्रदर्शन
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां व एकता डकौंदा के नेतृत्व में सात किसान संगठनों कृति किसान यूनियन के प्रदेश प्रधान निभय सिंह, क्रांतिकारी भाकियू के प्रदेश प्रधान सुरजीत सिंह फूल, किसान संघर्ष कमेटी पंजाब के प्रदेश प्रधान कमलप्रीत सिंह पन्नू, क्रांतिकारी भाकियू पंजाब के प्रदेश प्रधान अवतार सिंह व किसान संघर्ष कमेटी आजाद के प्रदेश प्रधान हरजिदर सिंह टांडा के आह्रवान पर किसानों की मांगों की पूर्ति के लिए केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ शुक्रवार को जिला प्रबंधकीय परिसर बरनाला के एसडीएम दफ्तर समक्ष धरना लगाया गया। इस धरने को संबोधन करते हुए भाकियू डकौंदा के सूबा प्रैस सचिव बलवंत सिंह उप्पली, जिला प्रधान दर्शन सिंह उग्गोके व भाकियू उगाराहां के जिला प्रधान चमकौर सिंह नैणेवाल, जरनैल सिंह बदरा व किसान नेता बलजीत कौर भट्ठल ने कहा कि बेशक प्रदेश सरकार के किसान संघर्ष एलान के कारण राज्य सरकार के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने चुनाव में धान की बिजाई की तारीख 20 से 13 जून यानी एक सप्ताह कम कर दी गई, लेकिन किसान 1 जून से धान की बिजाई शुरू करेंगे। यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी धान की लगवाई में विघ्न डालने की कोशिशि करेगा तो उस कागांव व खेत में ही घेराव किया जाएगा व बंदी बनाया जाएगा, जिसका जिम्मेदार संबंधी विभाग व जिला प्रशासन होगा। उन्होने कहा कि पंजाब सरकार, बिजली विभाग को खेत मोटरों के लिए 1 जून से ही 12 घंटे लगातार बिजली सप्लाई देने के आदेश जारी करें, ताकि किसानों को डीजल व पैट्रोल खर्च ना करना पड़े। इस अवसर पर गुरदेव सिंह मांगेवाल, रूप सिंह, साहिब सिंह बड़बर, भक्त सिंह, दर्शन सिंह महत्ता, जगराज हरदासपुरा, मलकीत सिंह, परमिदर हंडिआया व भोला सिंह उपस्थित थे। धूप में ही खड़े हो गए किसान
सुबह 11 बजे शुरू हुआ धरना प्रदर्शन में दोपहर तक किसानों की संख्या बढ़ती गई, जगह कम होने के कारण कई किसानों को कड़कती धूप व 45 डिग्री तापमान में बैठने पड़ा, तो कई किसान धरना प्रदर्शन के आस-पास खड़े रहे। धरना प्रदर्शन के दौरान भीषण गर्मी में भी किसानों ने अपना धरना जारी रखा, तो वहीं कई किसान पसीना पोछते रहे। पुलिस ने काटे चालान
धरना प्रदर्शन के दौरान अपने वाहनों पर आ रहे युवकों व ट्रिपल सवार का ट्रैफिक पुलिस की तरफ से नियमों का उल्लघंन के कारण चालान काटे गए। इस दौरान युवक विनती करते रहे व बोलते रहे कि वह तो धरना प्रदर्शन में आए है, लेकिन उनकी एक न सुनी व उनके हाथ में चालान थमा दिया।
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