बरनाला में कैप्टन बनने के दावेदार आउट

जिले की चार नगर कौंसिल के 72 वार्डों के लिए जैसे ही मतगणना शुरू हुई तो चंद मिनटों में ही शहर बरनाला के तीन कांग्रेसी दिग्गज ढेर हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Feb 2021 06:41 PM (IST) Updated:Wed, 17 Feb 2021 06:41 PM (IST)
बरनाला में कैप्टन बनने के दावेदार आउट
बरनाला में कैप्टन बनने के दावेदार आउट

हेमंत राजू, बरनाला

जिले की चार नगर कौंसिल के 72 वार्डों के लिए जैसे ही मतगणना शुरू हुई तो चंद मिनटों में ही शहर बरनाला के तीन कांग्रेसी दिग्गज ढेर हो गए। शिअद का एक बड़ा नेता शहर के पाश एरिया से हार गया। सीनियर कांग्रेसी नेता की गुगली से सभी कैप्टन बनने के दावेदार कौंसिल से आऊट हो गए व नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन मक्खन शर्मा की पत्नी दीपिका शर्मा का प्रधान बनने का रास्ता साफ हो गया। आपकों बता दें कि वार्ड नंबर 11 से कांग्रेसी नेता दीपिका शर्मा शहर में सबसे अधिक 1173 वोट से जीते हैं।

शहर के मेन बाजारों वाले प्रतिष्ठित वार्ड नंबर 15 से कांग्रेसी नेता एडवोकेट राजीव गुप्ता लूबी हालांकि ये दावा कर रहे थे कि वे अपनी माता सरला देवी को जिताकर बरनाला कौंसिल का प्रधान बनेंगे परंतु उनके प्रधान बनने का सपना भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष नीरज जिदल ने अपनी माता सरोज रानी जिदल को निर्दलीय प्रत्याशी बनाकर जिताया व अपने विरोधी लूबी को आमने सामने की टक्कर में 103 वोटों से हरा दिया। ---------------------

सुक्खी का सपना टूटा वार्ड नंबर पांच से महिला कांग्रेस की जिला प्रधान सुखजीत कौर सुक्खी कौंसिल का प्रधान बनने के लिए चुनाव लड़ रही थीं परंतु उन्हें उनके पुराने विरोधी नेता तेजिदर सिंह सोनी जागल की माता सतवीर कौर ने 104 वोट से हराकर शिअद को फिर से मजबूत कर दिया। -------------------- तीन बार से जीत रहे लोटा भी हारे

कच्चा कालेज रोड बरनाला के मेन वार्ड नंबर-आठ में कांग्रेस के दिग्गज खिलाड़ी पूर्व पार्षद महेश कुमार लोटा पिछले तीन टर्म से जीत रहे थे परंतु अबकी बार उन्हें पूर्व पार्षद व भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुबीर कुमार के बेटे नरेंदर गर्ग नीटा ने आजाद प्रत्याशी बनकर 187 वोट से हरा दिया। ----------------------- शिअद के शौरी 329 वोटों से पराजित नगर कौंसिल बरनाला के पूर्व प्रधान व शिअद के बड़े नेता संजीव शौरी वार्ड नंबर 6 के 22 एकड़ वाले पाश एरिया में अपने विरोधी व कांग्रेस के नए नेता परमजीत सिंह जोंटी मान से 329 वोट से हार गए। संजीव शौरी की ये हार शिअद के लिए खतरे से कम नही हैं क्योंकि शौरी पहले भी शिअद के बड़े हिन्दू नेता बनकर ही राजनीति में चमके थे।

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