रथयात्रा को मालेरकोटला में विश्राम न देना निंदनीय : महंत रविकांत
हिदू धार्मिक स्थलों को सरकार के कंट्रोल व दखल से मुक्त करवाने हिदू जन जागरण मुहिम के तहत टीम एक्ट द्वारा निकाली जा रही भगवा चेतना रथयात्रा का बरनाला पहुंचने पर विभिन्न हिदू संगठनों सामाजिक संस्थाओं व गणमान्यों ने भव्य स्वागत किया व गीता भवन बरनाला में रात्रि विश्राम किया गया।
जागरण संवाददाता, बरनाला
हिदू धार्मिक स्थलों को सरकार के कंट्रोल व दखल से मुक्त करवाने, हिदू जन जागरण मुहिम के तहत टीम एक्ट द्वारा निकाली जा रही भगवा चेतना रथयात्रा का बरनाला पहुंचने पर विभिन्न हिदू संगठनों, सामाजिक संस्थाओं व गणमान्यों ने भव्य स्वागत किया व गीता भवन बरनाला में रात्रि विश्राम किया गया।
रथयात्रा की अगुआई कर रहे महंत रविकांत मुनि पटियाला, संत तूफान गिरि जी ज्वाला मंदिर, हितेष भारद्वाज ने रविवार को पत्रकारवार्ता में कहा कि भगवा चेतना रथयात्रा को मालेरकोटला में रात्रि विश्राम करना था परंतु जिला प्रशासन ने उनको वहां पर रूकने नहीं दिया व उन्हें अहमदगढ़ ले गए। इसके लिए उन्होंने संगरूर प्रशासन की निंदा की। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने राज्य में हिदू मंदिर एक्ट बनाकर मंदिरों का प्रबंध हिदुओं के हवाले करने का वादा किया था, जोकि अभी तक पूरा नहीं किया गया। उक्त यात्रा का मुख्य उद्देश्य पंजाब के हिदू समाज के जन जागरण के लिए व हिदू मंदिर एक्ट बनाने के लिए जन समर्थन तैयार करना है। उक्त रथयात्रा पंजाब के 22 जिलों के 101 शहरों में 31 मई तक निकाली जाएगी। हर सनातनी हिदू मंदिर एक्ट के समर्थन में हस्ताक्षर करें व अपने घर, दुकान पर मंदिर एक्ट के समर्थन में भगवा झंडा लहराया जाए। टीम मंदिर एक्ट के संयोजक दर्शन गर्ग टल्लेवालिया, सह संयोजक सुखविदर भंडारी ने बताया कि रथयात्रा का प्रोग्रेसिव सीनियर सिटीजन सोसायटी, सूर्यवंशी खत्री सभा, भगवान परशुराम ब्राह्मण सभा, श्री प्राचीन गौशाला कमेटी, श्री राधा कृष्ण बाबा बंसी वाला मंदिर, श्री बाला जी ट्रस्ट, विश्व हिदू परिषद, खत्री सभा, अग्रवाल सभा, गीता भवन अन्य संस्थाओं ने स्वागत किया। इस अवसर पर आचार्य श्री निवास, पं. बाल कृष्ण, महावीर प्रशाद, एडवोकेट दीपक जिदल, नीलमणी समाधिया, अश्वनी शर्मा, बसंत कुमार, मनदीप वालिया, केवल कृष्ण गर्ग, अमरजीत कालेके, राहुल बाली, अजय बांसल, नरिदर चोपड़ा, ज्ञान चंद, स्वामी सहज प्रकाश, किरण देवा, राकेश जिदल, विजय गर्ग व विभिन्न हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।