कामर्शियल जमीन रिहायशी दिखाकर करवाई सस्ते दाम में रजिस्ट्रियां

शहर के पक्का कालेज रोड पर पुराने बस स्टैंड के समक्ष वाली कर्मशियल जमीन का मामला

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Aug 2021 03:29 PM (IST) Updated:Fri, 27 Aug 2021 03:29 PM (IST)
कामर्शियल जमीन रिहायशी दिखाकर करवाई सस्ते दाम में रजिस्ट्रियां
कामर्शियल जमीन रिहायशी दिखाकर करवाई सस्ते दाम में रजिस्ट्रियां

हेमंत राजू, बरनाला

शहर के पक्का कालेज रोड पर पुराने बस स्टैंड के समक्ष वाली कर्मशियल श्रेणी की करीब नौ कनाल बेशकीमती जगह का सौदा प्रापर्टी डीलरों ने करीब साढ़े 18 करोड़ रुपये में करवाया व करीब डेढ़ करोड़ रुपये मौके पर मौजूद कुछ दुकानदारों-होटल मालिकों आदि से उनके कब्जे वाली दुकानों को खाली करवाने के लिए खरीदारों द्वारा अलग से खर्च किया गया। इस तरह खरीददारों ने उक्त जगह का सौदा कुल 20 करोड़ रुपये में खरीदा किंतु उक्त जगह की रजिस्ट्री कम अस्टाम लगाकर करीब साढ़े पांच करोड़ रुपये में ही करवा ली गई। अधिक दाम की जमीन की कम दाम रजिस्ट्री करवाने का प्रचलन लंबे समय से जारी है, इसलिए लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते किंतु सरकारी खजाने को चूना लगाने के लिए माल विभाग विभाग के जमीनी रिकार्ड के नंबरों में दर्ज जगह की इकट्ठा रजिस्ट्री करवाने की बजाए जगह की किसी तकसीम न होने के बावजूद भी माल विभाग के अधिकारियों से सांठ-गांठ करके हिस्सों में बांटकर स्कीम लगाई गई। करीब नौ कनाल जमीन के खरीददार दो प्रमुख हिस्सेदारों रजनीश बांसल निवासी पंचकुला व अजय कुमार जिंदल निवासी बरनाला द्वारा अपने विभिन्न पारिवारिक सदस्यों व अन्य करीबी रिश्तेदारों के नाम पर 16 विभिन्न रजिस्टियों के रूप में बयाना करवा लिया। रजिस्ट्रियों की पड़ताल के बाद हैरानी की बात यह भी सामने आई कि विभिन्न वसीकों में कई व्यक्तियों के नाम बार-बार दर्ज हैं। ऐसा सरकारी खजाने को करोड़ों रुपये का चूना व खरीददार धनाढ्यों को लाभ पहुंचाने के लिए पूरे योजनाबद्ध ढंग से किया गया है। ऐसे में अफसरों की जेब तो गर्म हो गई परंतु सरकारी खजाने में छेद कर दिया गया।

कमर्शियल साइट को खरीदते समय दिखाई रिहायश

काफी मशक्कत के बाद माल विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार करीब नौ कनाल जमीन की करवाई विभिन्न 16 रजिस्ट्रियों में केवल चार रजिस्ट्रियां कर्मशिलय व 12 रजिस्ट्रियां रिहायशी बताकर करवाई गई हैं। इस तरह सरकारी खजाने को चूना लगाने की रची साजिश से सरकार को करोड़ों रुपये का घाटा अस्टाम के तौर पर हुआ है। यह सभी रजिस्ट्रियां दरबारी लाल टंडन के वारिसों ने पंकज कुमार त्यागी निवासी मुंबई को दी गई पावर आफ अटार्नी के आधार पर करवाई गई थी। यह 16 रजिस्ट्रियां कुल नौ व्यक्तियों के नाम करवाई गई हैं। जिनमें पांच पुरुष व चार महिलाएं हैं। जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर होगी कार्रवाई

डीसी तेज प्रताप सिंह फुलका ने कहा कि वे इस केस की जांच गहराई से करवा रहे है अगर जांच में कोई भी गड़बड़ पाई गई तो इस मामले के अंतर्गत आने वाले सभी लोगों व कर्मचारियों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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