कैप्टन के इस्तीफे से बरनाला में बदलेंगे सियासी समीकरण

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में हलचल देखने को मिल रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 07:01 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 07:01 PM (IST)
कैप्टन के इस्तीफे से बरनाला में बदलेंगे सियासी समीकरण
कैप्टन के इस्तीफे से बरनाला में बदलेंगे सियासी समीकरण

हेमंत राजू, बरनाला

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में हलचल देखने को मिल रही है। बरनाला की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिलने लगा है। विगत लंबे समय से कैप्टन अमरिदर सिंह के नजदीकी माने जाने वाले केवल सिंह ढिल्लों 2007 में कांग्रेस की टिकट पर पहली बार चुनाव लड़े व शिरोमणि अकाली दल के दिग्गज नेता समाजसेवी स्व. मलकीत संह कीतू को हराकर विधानसभा पहुंचे व लगातार दो बार विधायक बने। कैप्टन अमरिदर सिंह से निजी दिलचस्पी के चलते 2017 विधानसभा व 2019 की लोकसभा चुनावों के दौरान केवल सिंह ढिल्लों कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार बने। बेशक इन चुनावों में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा कितु केवल सिंह ढिल्लों की कैप्टन अमरिदर सिंह से नजदीकी की बदौलत आगामी 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान भी केवल सिंह ढिल्लों को हलका बरनाला से कांग्रेस की टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा था। 20 सितंबर को बरनाला में बतौर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह द्वारा मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल का नींव पत्थर रखकर केवल सिंह ढिल्लों की चुनाव मुहिम का आगाज किए जाने के भी चर्चे थे कितु हाईकमान द्वारा कैप्टन अमरिदर सिंह को पद से वंचित करने के चलते जहां मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के नींव पत्थर पर सवालिया निशान लगा दिया है। वहीं केवल सिंह ढिल्लों की बरनाला उम्मीदवारी पर भी प्रश्न चिन्ह लग गया है।

कैप्टन के इस्तीफे के बाद से हलका बरनाला से कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह के पक्ष की तरफ से टकसाली कांग्रेसी कुलदीप सिंह काला ढिल्लों, सीनियर कांग्रेसी नेता महेश कुमार लोटा, बलदेव सिंह भुच्चर, राजू चौधरी, सूरत सिंह बाजवा, हरदेव सिंह बाजवा, व्यापार मंडल के प्रधान अनिल बांसल नाणा व उनके समर्थकों के चेहरे पर रौनक देखने को मिल रही है।

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