बायोगैस संयंत्र लगाएं, बीमारियों से बचें

पंजाब एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (पेडा) की ओर से पर्यावरण की सुरक्षा और घरेलू प्राकृतिक गैस के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए घरेलू बायोगैस (गोबर गैस) संयंत्रों की स्थापना के लिए सब्सिडी दी जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 04:02 PM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 04:02 PM (IST)
बायोगैस संयंत्र लगाएं, बीमारियों से बचें
बायोगैस संयंत्र लगाएं, बीमारियों से बचें

सोनू उप्पल, बरनाला

पंजाब एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (पेडा) की ओर से पर्यावरण की सुरक्षा और घरेलू प्राकृतिक गैस के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए घरेलू बायोगैस (गोबर गैस) संयंत्रों की स्थापना के लिए सब्सिडी दी जा रही है।

डीसी तेज प्रताप सिंह फूलका बरनाला ने कहा कि पेडा द्वारा 4 और 6 घनमीटर क्षमता के बायोगैस संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं। लाभार्थियों के पास चार मीटर क्षमता के बायोगैस की स्थापना के लिए पांच जानवर और छह घनमीटर के लिए आठ जानवर होने चाहिए। चार घनमीटर की क्षमता वाला बायोगैस संयंत्र 10-11 व्यक्तियों के लिए भोजन का उत्पादन कर सकता है और छह घनमीटर की क्षमता वाला बायोगैस संयंत्र प्रतिदिन 14-16 व्यक्तियों के लिए भोजन का उत्पादन कर सकता है।

उन्होंने कहा कि बायोगैस संयंत्र स्थापित करने के लिए सामान्य श्रेणी के लाभार्थी को प्रति संयंत्र 12000 रुपये की सब्सिडी दी जाती है और यदि कोई लाभार्थी अपने शौचालय को बायोगैस संयंत्र से जोड़ता है तो उसे 1600 रुपये की अतिरिक्त सब्सिडी दी जाती है। इसके अलावा, बायोगैस संयंत्र हमें सस्ते, स्वच्छ और कुशल खाद प्रदान करता है और हम अगली पीढ़ी के लिए अपने पारंपरिक ऊर्जा भंडार जैसे तेल, कोयला, लकड़ी आदि को बचा सकते हैं। इसके अलावा हम कैंसर और अस्थमा जैसी अनगिणत बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं। --------------------------- बरनाला में अब तक चार हजार बायोगैस प्लांट स्थापित : गुरमीत

जिला प्रबंधक पेडा बरनाला गुरमीत सिंह ने बताया कि जिला बरनाला में अब तक लगभग चार हजार बायोगैस प्लांट (गोबर गैस) स्थापित किए जा चुके हैं। इससे अधिक जानकारी के लिए जिला प्रबंधक पेडा से एडीसी (विकास) कार्यालय, बरनाला में संपर्क किया जा सकता है।

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