हड़ताल का तीसरा दिन : भटकते रहे मरीज
छठे वेतन आयोग में एनपीए की कटौती को लेकर सरकारी अस्पताल में डाक्टरों का संघर्ष जारी है।
संवाद सहयोगी, बरनाला
छठे वेतन आयोग में एनपीए की कटौती को लेकर सरकारी अस्पताल में डाक्टरों का संघर्ष जारी है। बुधवार को तीसरे दिन भी सिविल अस्पताल बरनाला में ओपीडी, सर्जरी, मेडिकल सुविधाएं बंद रही। इमरजेंसी सर्जरी व सेवाएं उपलब्ध रही।
पीसीएमएस एसोसिएशन के डाक्टर अंशुल गर्ग, डाक्टर हरीश मित्तल, डाक्टर ज्योति कौशल आदि ने बताया कि पंजाब सरकार के छठे वेतन आयोग के मुताबिक एनपीए को 25 प्रतिशत से कम करके 20 प्रतिशत करने व प्राथमिक वेतन से डी-लिक करने के चलते समूह मुलाजिम वर्ग में रोष है।
गांव सेखां के संदीप सिंह ने बताया कि उसकी सड़क दुर्घटना में टांग कट गई थी। वह अस्पताल में डाक्टरों को दिखाने पहुंचा था कितु डाक्टरों की हड़ताल के कारण उसे बिना इलाज करवाए ही वापस लौटना पड़ा।
गांव वजीदके कलां से अपनी आंखों का चेकअप करवाने पहुंचे 83 वर्षीय गुरदेव सिंह ने कहा कि वह पिछले तीन दिनों से अपनी आंखों की जांच करवाने के लिए सिविल अस्पताल के चक्कर लगा रहा है।
गांव वजीके की 70 वर्षीय हरबंस कौर ने कहा कि उसके घुटनों, पीठ में काफी दर्द रहता है। चेकअप करवाने के लिए वह सिविल अस्पताल में आई थी। जहां डाक्टरों की हड़ताल के कारण उसका चेकअप नहीं किया गया।