भारत बंद को सफल बनाने के लिए संगठनों ने दिया समर्थन

संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीन कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में शुरू किया गया पक्का मोर्चा बुधवार को 357वें दिन भी जारी रहा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 05:13 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 05:13 PM (IST)
भारत बंद को सफल बनाने के लिए संगठनों ने दिया समर्थन
भारत बंद को सफल बनाने के लिए संगठनों ने दिया समर्थन

जागरण संवाददाता, बरनाला

संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीन कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में शुरू किया गया पक्का मोर्चा बुधवार को 357वें दिन भी जारी रहा। धरने में अकाली दल द्वारा विगत दिनों की प्रेस कांफ्रेंस का मुद्दे पर विचार-विमर्श किया गया।

वक्ताओं ने कहा कि समूह अकाली दल कृषि कानूनों को किसानों के लिए लाभदायक होने का ढिढोरा पीटते रहे। बेशक बाद में किसान आंदोलन के दबाव में अकाली दल को यू-टर्न लेना पड़ा। अकाली नेता किसान आंदोलन को लगातार बदनाम करते आ रहे हैं। मोगा में अकाली वर्करों ने किसानों से मारपीट की। किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए प्रेस कांफ्रेंस में गलत बयानबाजी की। नेताओं ने कहा कि अकाली नेताओं को किसानों से टकराव की नीति अपनाने की बजाए कृषि कानूनों पर अपनी दोगली नीति के लिए पश्चाताप करना चाहिए। बलवंत सिंह उप्पली, करनैल सिंह गांधी, बलवीर कौर कर्मगढ़, रणधीर सिंह, नछतर सिंह, बलवंत सिंह, रमनदीप कौर, हरचरण चन्ना, बाबू सिंह, प्रेमपाल कौर, बलजीत सिंह, गोरा सिंह ने कहा कि 27 सितंबर के भारत बंद की तैयारी के लिए समूह जनतक संगठनों की बैठक बुलाई गई है। बैठक में संगठनों के नुमाइंदों ने बंद को पूर्ण तौर पर हिमायत देने का विश्वास दिलाया। इकबाल सिंह, गोकुल प्रकाश, इंद्रजीत सिंह, रवि ठाकुर आदि उपस्थित थे।

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कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का पक्का मोर्चा जारी जागरण संवाददाता, संगरूर

कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए किसान संगठनों द्वारा संगरूर रेलवे स्टेशन के बाहर लगाया धरना बुधवार को 357वें दिन जारी रहा। बड़ी संख्या में किसानों व नौजवानों ने हिस्सा लिया। बारिश के बीच किसान नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करते कहा कि लोकतंत्र में उनके चुने हुए नेता धोखा दे रहे हैं। महंर्गाइ ने आम आदमी की कमर तोड़कर रख दी है। सरकारी संपति बेची जा रही है। अपने हकों के लिए सड़कों पर रोष प्रदर्शन किए जा रहे हैं। चारों तरफ हाहाकार मची है। उन्होंने कहा कि जब तक कानून रद्द नहीं होते आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके 27 सितंबर के भारत बंद का समर्थन करते हुए नौजवानों को बड़ी संख्या में शिरकत करने की अपील की। मौके पर सरबजीत सिंह, इंद्रपाल सिंह, सुखदेव सिंह, महिदर सिंह आदि मौजूद थे।

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