किसान आज मनाएंगे काला दिवस, फूंकेंगे खेती कानूनों की प्रतियां
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीन कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर शुरू किया धरना वीरवार को 351वें दिन भी जारी रहा।
संवाद सहयोगी, बरनाला
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीन कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर शुरू किया धरना वीरवार को 351वें दिन भी जारी रहा। वक्ताओं ने बताया कि सरकार द्वारा विगत दिनों घोषित एमएसपी तय करने संबंधी झूठ बोला गया।
स्वामीनाथन कमेटी ने एमएसपी तय करने के लिए सी-टू लागत पर 50 फीसद मुनाफा देने की सिफारिश की थी। सरकार ने दावा किया था कि एमएसपी समूची लागतों पर आधारित है कितु अब सीएसीपी ने जो प्राइस पालिसी रिपोर्ट जारी की है उसके अनुसार एमएसपी तय करने के लिए ए-टू प्लस एफ-एल लागत का उपयोग किया गया है। सरकार ने एक बार फिर झूठ बोला है। उन्होंने सरकार से सी-टू लागत अनुसार एमएसपी पुन: तय करने की मांग की।
करनैल सिंह गांधी, उजागर सिंह बीहला, गुरदेव सिंह मांगेवाल, गुरनाम सिंह ठीकरीवाला, जसपाल कौर, मेला सिंह, बलवंत सिंह ठीकरीवाला, रणधीर सिंह, काका सिंह फरवाही, बलजीत कौर, गोरा सिंह, मनजीत राज, प्रेमपाल कौर ने कहा कि एक वर्ष पहले 17 सितंबर को भारतीय संसद ने तीन कृषि कानूनों को पास किया था। इस दिन को काले दिवस के तौर पर मनाते हुए समूह किसानों द्वारा बाजारों में रोष प्रदर्शन कर खेती कानूनों की प्रतियां फूंकी जाएंगी।