मंत्रियों की कोठियों का घेराव करेंगे नरेगा मुलाजिम
ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग में लंबे समय से ठेके पर कार्यरत नरेगा मुलाजिमों नेसेवाएं रेगुलर करने की मांग को लेकर नौ जुलाई से शुरू किया संघर्ष 21वें दिन भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, बरनाला : ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग में लंबे समय से ठेके पर कार्यरत नरेगा मुलाजिमों नेसेवाएं रेगुलर करने की मांग को लेकर नौ जुलाई से शुरू किया संघर्ष 21वें दिन भी जारी रहा। नरेगा कर्मचारी यूनियन के प्रांतीय वित्तीय सचिव मनसे खां व जिला प्रधान गुरदीप दास ने बताया कि नरेगा मुलाजिम विगत 12-13 वर्षों से नाममात्र वेतन पर ड्यूटी निभा रहे हैं कितु सरकार उन्हें रेगुलर करने के बजाय दरकिनार कर रही है। उन्होंने कहा कि नरेगा मुलाजिमों की भर्ती पूरे पारदर्शी ढंग से रेगुलर भर्ती के लिए अपनाए जाने वाले मापदंडों अनुसार हुई है। विगत सरकार ने ठेका मुलाजिम वेलफेयर एक्ट-2016 पास किया था। जिसके तहत कई विभागों के मुलाजिम इस एक्ट के माध्यम से रेगुलर किए गए हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने चुनावों से पहले ठेका मुलाजिमों को पक्का करने का वादा किया था। विगत विधानसभा चुनावों से पहले चलते आ रहे संघर्ष के मद्देनजर कैप्टन सरकार ने लोकसभा चुनावों के समय कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने के लिए पांच मंत्रियों की कैबिनेट सब कमेटी का गठन किया था कितु साढ़े चार वर्ष बाद भी नरेगा मुलाजिमों के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया। रेगुलर करने की जगह सेवाएं खत्म करने, विभागों का निजीकरण करने, ठेकेदारों के हाथों लूट करवाने के मुलाजिम विरोधी फैसले लागू किए गए हैं। नेताओं ने कहा कि प्रांतीय कमेटी के फैसले मुताबिक अगले सप्ताह से कैबिनेट सब कमेटी के पांच सदस्य मंत्रियों की निजी रिहायशों का क्रमवार परिवारों, गांव के पंचों, सरपंचों व नरेगा मजूदरों सहित घेराव किया जाएगा। इस मौके जसमीत सिंह तूंग, ब्लाक प्रधान महल कलां बूटा सिंह, ब्लाक प्रधान बरनाला गुरप्रीत सिंह, जिला हेडक्वार्टर बरनाला रमनदीप कौर, परमजीत कौर, जसवीर कौर, मनदीप कुमार आदि उपस्थित थे।